भास्कर संवाददाता | आगर मालवा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय व प्रदेश स्तर से भेजी गई शाजापुर की दो अलग अलग टीमों ने गुरुवार को जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। दिल्ली की टीम ने केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वास्थ्य संबंधी योजनाएं कितनी लागू हैं तथा उनका लाभ लोगों को मिल रहा है कि नहीं आदि की पड़ताल करने के साथ ही कितना स्टाॅफ कम है, यह जानकारी भी ली। वहीं शाजापुर से आई टीम ने साफ सफाई व्यवस्था देखी। स्टेट लेवल की यह टीम 50 प्रतिशत अंक देगी तो एक बार फिर प्रदेश स्तरीय दल निरीक्षण के लिए आएगा। उस दल ने यदि उस टीम से 50 प्रतिशत अंक दिए तो 10 लाख और उससे ज्यादा अंक मिलने पर 20 लाख रुपए जिला अस्पताल को मिलेंगे। जिससे सुविधाएं बढ़ेगी।
टीमें आनी थी इसलिए रात से ही हो रही थी अस्पताल में तैयारी
जिला अस्पताल में साफ सफाई का काम बुधवार रात को ही शुरू हो गया था। सुबह अस्पताल खुलने पर डाॅक्टर व स्टाॅफ के अन्य सदस्य आए तो सभी यूनिफार्म में थे। यह देख कर लोगों ने अंदाजा लगा लिया कि अस्पताल का निरीक्षण करने बाहर से कोई टीम आने वाली है।
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दिल्ली से आई टीम के सदस्य को समस्या बताती नर्से।
दिल्ली की टीम ने जाना कितनी योजनाएं चल रही हंै
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की और से भेजी गई दो सदस्यीय टीम के डाॅ निखिलेश कुमार व के रघुवंश ने जिला अस्पताल बिल्डिंग का निरीक्षण करने के बाद यह देखा कि केंद्र सरकार ने जो योजनाएं चला रखी है। इसमें से कितनी योजनाएं यहां चल रही है। मरीजों को बैठने एनआरसी आदि की व्यवस्था देखने के साथ ही यह भी पता लगाया कि सरकार की जिन योजनाओं में मरीज को राशि मिलती है वहीं मिल रही है या नहीं। इसके बाद टीम ने कितना स्टाॅफ कम है इसकी जानकारी भी प्राप्त की।
टीम को बताया गया कि 4 लेब टेक्निशियन, डेंटल असिस्टेंट, डाटा इंट्री आॅपरेटर, एचआईवी काउंसलर, ड्रेसर, कम्पाउंडर तथा परमानेंट वार्ड बाॅय की कमी है। यह टीम अपनी रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्रालय को सौपेगी।दिल्ली से आई टीम ने स्थानीय अधिकारियों को साथ रखे बिना स्टाॅफ के सदस्यों से बात की। जब टीम प्रसूती वार्ड में पहुंची तो वहां मौजूद नर्सों ने खुलकर अपनी समस्या बताई। नर्सों से जब टीम ने पूछा कि रात में सुरक्षा गार्ड यहां रहता है या नहीं तो नर्सें बोली सर गार्ड रात में नहीं रहता। इससे डर बना रहता है। मरीज के साथ आने वाले लोग भी बिना अनुमति के यहां आ जाते हैं। मना करने पर बहस करने लगते हंै। नर्सों ने यह भी कहा कि छुट्टी का भी इश्यू रहता है। कम ही छुट्टी मिलती है।
शाजापुर से आई टीम को जानकारी देते आरएमओ व बीएमओ
स्टेट लेवल पर रिपोर्ट देगी टीम
काया कल्प का मूल्यांकन करने के लिए स्टेट लेवल से भेजी गई तीन सदस्यीय इंटर डिस्ट्रिक टीम डाॅ संजय खंडेलवाल के नेतृत्व में पहुंची। टीम ने वार्ड परिसर, ओटी, पैथॉलाजी सहित अन्य स्थानों पर जाकर साफ सफाई व्यवस्था देखने के साथ ही मरीजों के बैठने की व्यवस्था आदि की जानकारी ली। यह भी पता लगाया कि स्टाॅफ व मरीजों को संक्रमण से बचाने के लिए क्या उपाय किए जाते हंै। स्टेट लेवल की टीम के निरीक्षण के बाद सुविधा बढ़ाने के लिए राशि मिलेगी। सूत्र बताते हैं कि यदि अच्छे मार्क्स मिलने के बाद सहायता राशि से भर्ती मरीजों को मच्छर दानी भी उपलब्ध कराई जाएगी। शाजापुर से आई टीम के साथ आरएमओ डाॅ मुकेश जैन व बीएमओ डाॅ राजीव बरसेना मौजूद रहे। तो दिल्ली की टीम को सीएमएचओ डाॅ विजय सिंह व सिविल सर्जन जेसी परमार ने जानकारी दी।