श्योपुर | यह तस्वीर है शहर के ऐतिहासिक किले के पास सीप नदी की। मलपुरा गांव की 35 लड़कियां रोजाना इसी तरह खुद नाव चलाकर घर से स्कूल का सफर तय करती है। नदी के उस पार बसे मलपुरा, मालीपुरा और श्योपुर शहर के बीच बहने वाली सीप नदी ने लगभग ढाई हजार आबादी के लिए जिला मुख्यालय की दूरी बढ़ा दी है। इन गांव में अधिकांश माली समाज के लोग निवास करते हैं। अपने खेतों में सब्जी उगाना और प्रतिदिन शहर की सब्जी मंडी में लाकर बेचना उनका मुख्य पेशा है। सड़क मार्ग से श्योपुर आने के लिए 15 से 20 किलोमीटर लंबा फेरा लगाना पड़ता है। इसलिए आवागमन के लिए नाव ही साधन है। ग्रामीणों की मांग पर मप्र ब्रिज कार्पोरेशन द्वारा 5 करोड़ रुपए की लागत से पुल का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन काम शुरू होने के डेढ़ साल बाद भी पुल तैयार नहीं हो पाया है। वर्तमान में किले के पास पुल के लिए पिलर खड़े करने का काम चल रहा है।