शहर के निजी स्कूल में बच्चों को सोलर फिल्टर से सूर्यग्रहण देखने का तरीका बताते विशेषज्ञ।
विज्ञान सभा ने स्कूली बच्चों को सोलर फिल्टर से सूर्यग्रहण देखने का प्रयोग कराया
भास्कर संवाददाता|श्योपुर
26 दिसंबर को इस साल का तीसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लगेगा। यह ग्रहण श्योपुर में भी दिखाई देगा। सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य आग से भरी अंगूठी की तरह नजर आएगा। इसे वैज्ञानिकों की भाषा में वलयाकार सूर्य ग्रहण कहा जाता है। इस अद्भुत खगोलीय घटना को लेकर मप्र विज्ञान सभा स्कूली बच्चों को जागरूक कर रही है। विज्ञान सभा की टीम मंगलवार को शहर के कई स्कूलों में पहुंची।
बच्चों को सूर्यग्रहण देखने के सुरक्षित तरीके बताए गए। इस दौरान बच्चों ने सोलर फिल्टर से सूरज को देखा। विज्ञान संचारक आशीष पारे ने सौर मंडल, सूर्यग्रहण, चंद्रग्रहण तथा ग्रहों की जानकारी दी। विज्ञान सभा के बीरेंद्र कुमार पाराशर ने बताया कि सूर्यग्रहण को सीधे आंख से नहीं देखना चाहिए। क्योंकि सूर्य से निकलने वाली अल्ट्रा किरण का आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। आंखों की ज्योति कमजोर होने का खतरा रहता है। विज्ञान सभा के हरीश कटारे ने बताया कि सूर्यग्रहण के बारे में लोगों में कई प्रकार की भ्रांति और अंधविश्वास फैला है। जिसे दूर करने के उद्देश्य से विज्ञान सभा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को जागरूक करने के लिए 25 दिसंबर तक अभियान चलाएगी।