सभी मरीजों को पेट व सिर दर्द, उल्टी-दस्त के शिकार, दो बच्चे शिवपुरी रैफर, बीएमओ पांच घंटे बाद अस्पताल पहुंची
भास्कर संवाददाता|कोलारस
बदरवास विकासखंड के धामनटूक गांव की आदिवासी बस्ती में रविवार की सुबह कुएं का दूषित पानी पीने की वजह से 20 बच्चों सहित 25 लोग बीमार हो गए हैं। सभी को इलाज के लिए सामुदायिक अस्पताल कोलारस भर्ती कराया गया। यहां दो बच्चों की हालत ज्यादा खराब होने की वजह से जिला अस्पताल शिवपुरी रैफर किया गया है। साथ आए ग्रामीणों ने बताया कि अचानक उल्टी व दस्त के साथ सर दर्द, पेट दर्द होने लगा और देखते ही देखते बच्चे इसका शिकार हो गए। ठंड लगकर बुखार भी आने की शिकायत हुई। सूचना मिलते ही कोलारस एसडीएम आशीष तिवारी ने कोलारस और बदरवास अस्पताल की एंबुलेंस धामनटूक गांव भिजवा दीं। बीमार बच्चों व बड़ों को कोलारस और बदरवास अस्पताल भिजवाया।
जानकारी के मुताबिक 15 मरीजों को कोलारस अस्पताल और 10 मरीजों को बदरवास अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में इलाज के लिए आए बच्चों में गोविंद आदिवासी (3) की हालत काफी खराब हो जाने पर शिवपुरी रेफर कर दिया। इसके बाद देवेंद्र आदिवासी (8) की हालत भी 2 घंटे बाद खराब हो गई और उसे भी ड्यूटी पर मौजूद डॉ विवेक शर्मा ने जिला अस्पताल रैफर कर दिया। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान जिला स्वास्थ्य अधिकारी सीएमएचओ और कोलारस की बीएमओ की भूमिका उदासीन दिखाई दी। जब घायलों को भर्ती कराया गया, तब से करीब 5 घंटे तक बीएमओ कोलारस अस्पताल नहीं पहुंची थीं। जबकि सीएमएचओ डॉ एएल शर्मा ने फोन पर मीडिया से कहा कि वह मात्र पांच मिनट में पहुंचने वाली हैं। पूछताछ करने पर पता चला कि बीएमओ डॉ त्रिवेदी पिछले 6 दिनों से अस्पताल में नहीं दिखीं। इस दौरान वे मीडिया को मीटिंग एवं सेमिनार में जाने का हवाला देती रही हैं। जबकि रविवार की छुट्टी होने के कारण कोई मीटिंग भी नहीं थी।
ये बच्चे बीमार हुए हैं
धामनटूक की आदिवासी बस्ती के बीमार बच्चों में यशपाल आदिवासी, शिशपाल कुमारी बबलेश, नीरज, रामलखन, देवेंद्र, रामसेवक, बंटी पूनम, धन्नू, कपूरी, निशा कुसुम, दयाराम, सुशीला, गोविंद आदि कुल 15 बच्चे कोलारस अस्पताल में आए। वहीं 10 मरीजों को बदरवास अस्पताल में भेजा गया है। मरीजों की स्लाइड चेक कराकर इलाज शुरू किया जा रहा है।
पंचायत के सरपंच ओर सेक्रेटरी नही सुनते हैं

गांव में एक भी हैंडपंप चालू नही है। इसलिए सब लोग कुएं का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। सरपंच ओर सचिव को सब पता है फिर भी हमारी कोई नही सुनता है। मेरे तीन बेटे रामलखन, देवेंद्र और रामसेवक भी बीमार हैं। रामवीर आदिवासी, स्थानीय निवासी,धामनटूक
बीमार अस्पताल भेजे

एम्बुलेंस भेजकर पीड़ितों को कोलारस ओर बदरवास भेज दिया गया है। गंभीर रूप से बीमार बच्चों को शिवपुरी भिजवा दिया है। आशीष तिवारी(आईएएस), एसडीएम कोलारस
कोई भी गंभीर नहीं है

10 बीमार आए हैं। जिनका इलाज चल रहा है, सबकी स्लाइड बनवा दी है। कोई भी गंभीर नहीं है, किसी को रैफर किया गया है। डॉ सुधीर कश्यप, बीएमओ, बदरवास