इंट्रीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगेगा, एजेंसी तय करने के लिए स्मार्ट सिटी कंपनी ने बुलाए ऑफर, पांच महीने में काम करने लगेगा सिस्टम
होंगे इंदौर में इसी सिस्टम से तीन साल में 2 लाख चालान... 2015 में यह लागू है। चालान से अब तक 10 करोड़ रुपए वसूले।...
Bhaskar News Network | Last Modified - Apr 01, 2018, 06:00 AM IST
होंगे
इंदौर में इसी सिस्टम से तीन साल में 2 लाख चालान... 2015 में यह लागू है। चालान से अब तक 10 करोड़ रुपए वसूले। भास्कर संवाददाता ने इंदौर जाकर सिस्टम समझा।
1.नियम तोड़ने पर कैमरे में फोटो
चौराहों पर 5 तरह के कैमरे लगेंगे, जो रेड लाइट उल्लंघन करते ही फोटो खींचेंगे। एक कैमरा नंबर प्लेट की फोटो लेगा और दूसरा कैमरा फोटो झूम करके कंट्रोल रूम को यह भेज देगा।
3.फिर सॉफ्टवेयर चालान तैयार करेगा
चालान बनाने वाला साॅफ्टवेयर आरटीओ से जुड़ेगा। जो फोटो देखकर वाहन व मालिक की जानकारी चालान पर दिखाएगा। जहां नियम तोड़ा वह स्थान और वाहन का फोटो दिखाएगा।

जो आप पर रखेंगे नजर ताकि नियमों का पालन हो सके
हादसे कम होंगेट्रैफिक व्यवस्थित होगा। इंदौर में कैमरे लगने के बाद हादसों में 40% कमी आई है।
वह सबकुछ जो आप जानना चाहते हैं
सर्विलैंस फिक्स निगरानी: यह कैमरा चौराहों पर निगरानी रखेगा। आते-जाते वाहन और गतिविधि रिकॉर्ड करेगा ताकि जरूरत पड़ने पर रिकॉर्डिंग देखी जा सके।
अमले की कमीदूर होगी अभी 50% कमी है। यह सिस्टम इस कमी को कुछ हद तक पूरी करेगा। व्यवस्था में मदद मिलेगी।
2.कंट्रोल रूम में गाड़ी की पहचान
कंट्रोल रूम में एलईडी पैनल पर कैमरों द्वारा भेजे फोटो दिखाई देंगे, जिन्हें कर्मचारी देखेगा और नियम तोड़ने वाले वाहन के फोटो सिलेक्ट कर चालान तैयार करने वाले सॉफ्टवेयर को भेजेगा।
4.थाने पर जमा होगा जुर्माना
डाक द्वारा चालान मिलने के सात दिन के भीतर वाहन मालिक को थाने पर बने काउंटर पर जुर्माना भरना होगा। यदि जुर्माना जमा नहीं किया जाता है तो वाहन जब्त करने की कार्रवाई होगी।
आरएलवीडी रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन सिस्टम: यह रेड लाइट उल्लंघन करने वालों को पहचानेगा। जैसे ही वाहन िनयम तोड़ेगा यह कैमरा उसकी फोटो लेगा।
सबसे बड़ा फायदायह होगा कि ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरुकता बढ़ेगी। 2017 में शहर में 24800 चालान बने।
फोटो इंदौर में चल रहे सिस्टम के हैं।
ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्नाइजेशन एएनपीआर: यह कैमरा नियम तोड़ने वाले, खराब किस्म या संदिग्ध नंबर प्लेट को पहचान कर फोटो लेगा।
यहां लगेंगे नए सिग्नल
भरतपुरी टर्निंग तिराहा





















यहां स्पीड डिटेक्शन सिस्टम
देवासरोड पर पाइप फैक्टरी से इंजी. कॉलेज











यह वाहनों की गति को नापेगा और कंट्रोल रूम को सूचना देगा
यहां लगेंगे साइन बोर्ड
चामुंडा चौराहा


















वेरिएबल साइन बोर्ड बताएंगे रास्ता जाम है और डायवर्सन रोड इधर है।
पीटीजेड पेन टिल्ट जूम: कंट्रोल रूम में दिखाई दे रही फोटो में यदि कोई संदिग्ध वाहन या व्यक्ति है तो कर्मचारी इस कैमरे से जूम करके उसे देख सकता है।
डेंसिटी भीड़ के अनुसार लाइट कंट्रोल: ट्रैफिक पर नजर रखेंगे, जिस तरफ ज्यादा वाहन हैं, वहां ज्यादा समय हरी लाइट जलेगी, जहां कम हैं वहां कम समय।
दैनिक भास्कर पर Hindi News
पढ़िए और रखिये अपने आप को अप-टू-डेट | अब पाइए Madhya Pradesh News in Hindi सबसे पहले दैनिक
भास्कर पर | Hindi Samachar
अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Hindi News App,
या फिर 2G नेटवर्क के लिए हमारा Dainik Bhaskar Lite App.
Web Title: इंट्रीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगेगा, एजेंसी तय करने के लिए स्मार्ट सिटी कंपनी ने बुलाए ऑफर, पांच महीने में काम करने लगेगा सिस्टम
(News in Hindi from Dainik Bhaskar)
(News in Hindi from Dainik Bhaskar)