- मुरैना की रहने वाली प्रेमलता की 1998 में अध्यापक के रूप में नियुक्ति हुई थी
- बेटे की सड़क हादसे में मौत हो गई, इसके बाद सास-ससुर और बहू के बीच झगड़े होने लगे
- शिक्षा अधिकारी ने बताया, बहू ने ही जनसुनवाई में कई शिकायतें की थीं, जांच में फर्जीवाड़ा पकड़ में आया
Dainik Bhaskar
Sep 11, 2019, 01:36 PM ISTमुरैना (मध्यप्रदेश). फर्जी मार्कशीट से 20 साल पहले शिक्षक की नौकरी हासिल करने वाली महिला को उसकी ही बहू की शिकायत के बाद पद से बर्खास्त कर दिया गया। बहू ने पारिवारिक कलह की वजह से प्रशासन से शिकायत की। महिला ने नौकरी के वक्त जो मार्कशीट लगाई थीं, उसमें उम्र और नाम में गड़बड़ी पाई गई थी। कलेक्टर ने चार सितंबर को महिला शिक्षक प्रेमलता गोयल की बर्खास्तगी का आदेश जारी किया। प्रेमलता जरेरुआ प्राइमरी स्कूल में पदस्थ थीं।
मुरैना की रहने वाली प्रेमलता की 1998 में अध्यापक के रूप में नियुक्ति हुई थी। आरोप था कि प्रेमलता ने अपनी मार्कशीट में उम्र और अन्य जानकारी से छेड़छाड़ की थी। प्रेमलता गोयल के बेटे योगेश की कुछ सालों पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद सास-ससुर और बहू के बीच झगड़े होने लगे। यह मामला कोर्ट तक पहुंच गया।
मां की जन्मतिथि 1964, बेटी का 1976 में जन्म
बताया गया कि सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए शिक्षक प्रेमलता गोयल ने दो-दो मार्कशीट बनवाईं। पहली यूपी के आगरा की और दूसरी मध्य प्रदेश की। आगरा की मार्कशीट में उन्होंने अपनी जन्मतिथि 3 अगस्त 1964 बताई है, जबकि उनकी ही बेटी आरती के स्कूल प्रमाणपत्र में जन्मतिथि 15 जून 1976 है। यानी मां-बेटी की उम्र में महज 12 साल का अंतर है। शिक्षा अधिकारी के अनुसार, बहू ने ही जनसुनवाई में कई शिकायतें की थीं। जांच में फर्जीवाड़ा पकड़ में आया।
