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सरकार ने बृजभूषण शरण की जांच मैरी कॉम को सौंपी:खेल मंत्रालय ने निगरानी समिति का अध्यक्ष बनाया, IOA कमेटी की चीफ भी हैं बॉक्सर

नई दिल्ली4 महीने पहले
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भारतीय कुश्ती संघ और इसके अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर लग रहे आरोपों के बीच खेल मंत्रालय ने एक निगरानी समिति बनाने का फैसला किया है। यह समिति जांच पूरी होने तक कुश्ती संघ का काम देखेगी। समिति आरोपों की जांच भी करेगी।

ओलिंपिक मेडल विजेता मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम को इस पांच मेंबर्स वाली समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि समिति चार सप्ताह के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। मैरी कॉम की टीम में ओलिंपिक मेडलिस्ट योगेश्वर दत्त, ध्यानचंद अवॉर्डी तृप्ती मुरगुंडे, स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) की सदस्य राधिका श्रीमन के अलावा TOPS कमेटी के पूर्व-सीईओ कमांडर राजेश राजगोपालन को भी शामिल किया गया है।

IOA की जांच समिति की अध्यक्ष भी मैरी कॉम
उधर, इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) ने भी पहलवानों के आरोपों की जांच के लिए 7 सदस्यीय कमेटी बनाई है। इस कमेटी में बॉक्सर मेरीकॉम, तीरंदाज डोला बनर्जी, बैडमिंटन प्लेयर अलकनंदा अशोक, फ्रीस्टाइल कुश्तीबाज योगेश्वर दत्त, भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव और दो वकील शामिल हैं।

पहलवानों की तरफ से IOA अध्यक्ष पीटी ऊषा को शिकायती पत्र भेजे जाने के बाद इस कमेटी का गठन किया गया। IOA की कमेटी प्रेसिडेंट पीटी ऊषा को रिपोर्ट सौंपेगी। वहीं खेल मंत्रालय की समिति अनुराग ठाकुर को रिपोर्ट सौंपेगी।

बृजभूषण बोले- मुंह खोल दूंगा तो सुनामी आ जाएगी
यौन शोषण के आरोपों में घिरे भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने शुक्रवार को इस्तीफा देने से साफ इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा, 'मैं मुंह खोल दूंगा तो सुनामी आ जाएगी। मेरे समर्थन में भी कई खिलाड़ी हैं।' सूत्रों की माने तो खेल मंत्रालय WFI पर डायरेक्ट एक्शन नहीं ले सकता है, लेकिन इंडियन ओलिंपिक संघ फेडरेशन को भंग कर सकता है। ऐसे में अगर बृजभूषण नहीं माने तो IOA कार्रवाई कर सकता है।

इंडियन ओलिंपिक संघ के पास फेडरेशन भंग करने का अधिकार
इंडियन ओलिंपिक संघ (IOA) के पास नेशनल फेडरेशन को भंग करने का अधिकार है। 2008 और 2009 में ऐसा किया जा चुका है। IOA ने 2008 में हॉकी फेडरेशन को भंग कर दिया था। उस समय फेडरेशन के सेक्रेटरी के ज्योति कुमारन पर एक स्टिंग ऑपरेशन में खिलाड़ी से पैसे लेने का मामला सामने आया था।

तब हॉकी फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष केपीएस गिल थे। उस समय अस्थायी समिति की कमान पूर्व हॉकी खिलाड़ी असलम शेख खान को सौंपी गई थी। इस समिति के सदस्यों में पूर्व हॉकी खिलाड़ी अजितपाल सिंह, जफर इकबाल, धनराज पिल्लै और अशोक कुमार शामिल थे।

2009 में वेटलिफ्टिंग फेडरेशन को भी IOA ने भंग कर दिया था। उस समय वेटलिफ्टिंग में डोप के कई मामले सामने आ रहे थे। उस समय अध्यक्ष हरभजन सिंह थे।

मार्च तक खत्म हो रहा कार्यकाल
मंत्रालय की ओर से कुश्ती संघ के अध्यक्ष पर कार्रवाई के चांसेज कम हैं। सूत्रों ने बताया- WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह खुद रिजाइन करते हैं तो ठीक, वर्ना मिनिस्ट्री उन्हें हटा नहीं सकती। WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का कार्यकाल मार्च तक खत्म हो रहा है। कुश्ती संघ के नियमों के अनुसार वे अब आगे चुनाव नहीं लड़ सकते हैं।

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