पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
नई दिल्ली. रेलवे सुरक्षा आयोग ने अमृतसर हादसे की जांच में रेलवे को क्लीन चिट दी है। आयोग के आयुक्त एसके पाठक ने कहा कि लोगों की गलती की वजह से ये दुखद घटना हुई, क्योंकि वे रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर दशहरा देख रहे थे। 19 अक्टूबर को फिरोजपुर रेलवे स्टेशन के करीब जौड़ा फाटक पर दशहरा देख रहे लोगों को ट्रेन ने कुचल दिया था। हादसे में 60 लोगों की जान गई थी।
1) पहले रेलवे ने जांच से किया था इनकार
न्यूज एजेंसी को मिली रिपोर्ट के मुताबिक, पाठक ने कहा- मेरे सामने अब तक जो तथ्य और हालात सामने आए हैं, उन पर विचार करने के बाद मैं इस नतीजे पर पहुंचा हूं कि ये हादसा उन लोगों की गलती की वजह से हुआ, जो कथित तौर पर रेलवे ट्रैक और उसके करीब खड़े हुए थे।
पाठक ने इस घटना को "रेलवे लाइन के किनारे लोगों की कार्यशैली में गलती' के तौर पर वर्गीकृत किया है। उन्होंने कुछ सुझाव भी दिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को टाला जा सके।
यह आयोग नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधीन काम करता है। आयोग रेलवे सुरक्षा और कार्यप्रणाली से जुड़े मसलों पर काम करता है और इसे रेल हादसों की जांच का जिम्मा भी सौंपा जाता है। पहले रेलवे ने इस मामले में जांच से इनकार कर दिया था, लेकिन बाद में आयोग को जांच सौंपी।
पाठक ने कहा- जांच के दौरान मुझे ये पता चला कि एस (S) आकार का मोड़ होने की वजह से हादसे की जगह तब तक नहीं दिख सकती थी, जब तक ट्रेन उस जगह से 20 मीटर की दूरी पर ना पहुंच जाए। और, यह हादसा उस वक्त हुआ, जब रावण का पुतला जलने की वजह से हवा में धुआं घुल गया था।
"जहां हादसा हुआ, रेलवे के उस सेक्शन में 100 किमी/घंटा की रफ्तार की इजाजत होती है। हादसे के वक्त ट्रेन 82 किमी/घंटा की रफ्तार से चल रही थी। चालक ने भीड़ को देखा और ब्रेक लगाए।'
"पूछताछ के दौरान सामने आया कि ब्रेक लगाने पर ट्रेन को रुकने के लिए 398 मीटर की दूरी चाहिए थी। घटनास्थल पर 50 पुलिसकर्मी मौजूद थे। उन्होंने लोगों को ट्रैक से हटाने की कोशिश की, लेकिन लोग नहीं माने।'
पॉजिटिव- व्यक्तिगत तथा पारिवारिक गतिविधियों में आपकी व्यस्तता बनी रहेगी। किसी प्रिय व्यक्ति की मदद से आपका कोई रुका हुआ काम भी बन सकता है। बच्चों की शिक्षा व कैरियर से संबंधित महत्वपूर्ण कार्य भी संपन...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.