विदेश यात्रा के लिए पासपोर्ट पाने की तैयारी कर रहे भारतीयों के लिए अच्छी खबर है। ऐसे लोगों को जल्द ही चिप वाले ई-पासपोर्ट मिल सकते हैं। इनमें पासपोर्ट धारक का सुरक्षित बायोमेट्रिक डेटा स्टोर होगा। यहां जानते हैं कैसा होगा पासपोर्ट और क्या फायदा होगा...
चिप पासपोर्ट क्यों जारी किए जाएंगे?
पासपोर्ट की जालसाजी रोकने के लिए और यात्रियों की इमिग्रेशन की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए फैसला किया गया है। इस मामले में विदेश मंत्रालय संसद में कह चुका है कि नागरिकों को उन्नत सुरक्षा विशेषताओं वाली चिप समर्थित ई-पासपोर्ट जारी करने की योजना है।
क्या इससे छेड़छाड़ पर रोक लगेगी?
जी हां, अभी तक नागरिकों को प्रिंटेड बुकलेट पर पासपोर्ट जारी किए जाते हैं जिनकी नकल करना आसान होता। मगर नई तकनीक से लैस पासपोर्ट आने के बाद धोखाधड़ी करना मुश्किल हो जाएगा।
ई-पासपोर्ट धोखाधड़ी से धारक को कैसे बचाएंगे ?
चिप लगे पासपोर्ट की खासियत यह है कि आवेदकों की व्यक्तिगत जानकारी पर डिजिटल तौर पर हस्ताक्षर किए जाएंगे और चिप में स्टोर किए जाएंगे। इसे पासपोर्ट बुकलेट में शामिल किया जाएगा। यदि कोई व्यक्ति चिप से छेड़छाड़ करता है, तो सिस्टम उसका पता लगा लेगा और इसके चलते पासपोर्ट वेरिफिकेशन नाकाम हो जाएगा।
क्या ई-पासपोर्ट का ट्रायल हो चुका है?
रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार ने 20 हजार ई-पासपोर्ट जारी करने का ट्रायल पूरा किया है।
किन केंद्रों में पर मिलेंगे यह पासपोर्ट?
अभी तक सरकार ने इसका खुलासा नहीं किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली और चेन्नई में प्रति घंटे 10 हजार से 20 हजार पासपोर्ट जारी करने की यूनिट लगेगी। उसके बाद 36 पासपोर्ट केंद्रों पर ई-पासपोर्ट जारी किए जा सकेंगे। इस संबंध में सरकार का नेशनल इनफॉर्मेटिक्स सेंटर प्रोजेक्ट पर विदेश मंत्रालय के साथ काम कर रहा है।
कौन बना रहा है इस स्मार्ट पासपोर्ट को?
केंद्र सरकार ने पासपोर्ट के लिए इलेक्ट्रॉनिक कांटैक्टलेस इनलेज की खरीद के लिए इंडिया सिक्योरिटी प्रेस-आईएसपी नासिक को मंजूरी दी है। नासिक द्वारा टेंडर और खरीद प्रक्रिया पूरी होते ही ई-पासपोर्ट बनने शुरू हो सकते है। इसकी प्रक्रिया के बारे में विदेश मंत्रालय जल्द ही घोषणा कर सकता है।
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