दूसरे चरण का मतदान आज; 9 मंत्री और कांग्रेस से सीएम पद के 3 दावेदारों की प्रतिष्ठा दांव पर

4 वर्ष पहले
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  • दूसरे चरण की 72 सीटों में से 46 सामान्य, जबकि 9 एससी और 17 एसटी के लिए आरक्षित
  • पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी मरवाही से और उनकी पत्नी रेणु जोगी कोटा से मैदान में
  • दूसरे चरण के प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने 15 और नरेंद्र मोदी ने सिर्फ चार सभाएं कीं

रायपुर.  दूसरे चरण की 72 सीटों में 76% वोट पड़े। शहरी इलाके, खासकर राज्य के बड़े शहरों में मतदान का आंकड़ा बमुश्किल 70% तक पहुंच पाया, वहीं ग्रामीण इलाके की कई सीटों पर 80% से ज्यादा मतदान हुआ। इसे बेहद चौंकाने वाला माना जा रहा है। 2013 में इन्हीं 72 सीटों पर 75.67% मतदान हुआ था।

 

सबसे कम 55.42 फीसदी मतदान बिलासपुर में हुआ। सबसे ज्यादा 84.69% मतदान बसना सीट पर हुआ। जबकि दूसरे नंबर पर धर्मजयगढ़ है। यहां 83.71 फीसदी मतदान हुआ है। आयोग के अफसरों का कहना है कि यह आंकड़े अभी अंतिम नहीं है। इसमें कुछ वृद्धि हो सकती है। 

 

 

1079 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में लॉक

मतदान संपन्न होने के साथ ही नौ मंत्री, भाजपा-कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री समेत 1079 उम्मीदवारों के भाग्य ईवीएम में लॉक हो गया। पूरे दिन ईवीएम व वीवीपैट में खराबी, बिजली बंद होने जैसी कई अव्यवस्थाओं की शिकायतें आती रहीं। इसके चलते सक्ती से भाजपा प्रत्याशी मेघराम साहू एक घंटे तक मतदान के लिए लाइन में खड़े रहे।

 

एक-दो जगहों से विवाद की भी खबरें आईं। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने परिवार के साथ कवर्धा, नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने अंबिकापुर और बृजमोहन अग्रवाल ने अपने परिवार के 42 सदस्यों के साथ मतदान किया। कलेक्टर पद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए ओपी चौधरी ने खरसिया विधानसभा सीट के पोलिंग बूथ पर मतदान किया। छिटपुट घटनाओं के बीच आधा दर्जन गांवों में वोट बहिष्कार भी हुआ। 

 

इसके अलावा दिनभर में सैकड़ों ईवीएम और करीब 160 वीवीपैट के खराब होने की शिकायत आयोग को मिली। रायपुर में सबसे पहले ग्रामीण सीट पर धनेली, मठपुरा, सड्‌डू, लालपुर आदि इलाकों से ईवीएम के काम न करने की खबरें आईं। राज्य में दस बजे तक 700 से अधिक ईवीएम बिगड़ने व 160 वीवीपैट के काम न करने की सूचना थी। 

 

मतदान अपडेट्स:

  • लैलूंगा विधानसभा के सात गांवों के लोगों ने पेसा एक्ट और कोयला कानून में बदलाव की मांग करते हुए चुनाव बहिष्कार कर दिया था। देर शाम मान-मनौव्वल के बाद फिर इन केंद्रों पर 80 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया। 
  • जशपुर में पत्थरगड़ी आंदोलन वाले स्थानों पर भारी मतदान की सूचना है। बैगा आदिवासियों ने पहाड़ पर तीन हजार फीट ऊपर बने बूथ पर जाकर वोट डाला। जशपुर कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने बूथों पर बच्चों को लेकर आने वाली महिलाओं को सुविधा दने के लिए खेल रूम भी बनाए थे।
  • रायपुर पश्चिम में रामनगर में भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई। आरोप है कि भाजपा नेता मतदान केंद्र में घुसने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान पुलिस के जवानों ने उसे धक्का दे दिया। वहां मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं भी इसका विरोध करने लगे। दोनों में झड़प शुरू हो गई। इस दौरान पुलिस अधिकारियों के साथ भी धक्का-मुक्की हुई। 

 

 

  • जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रमुख अजीत जोगी और उनके बेटे अमित जोगी ने पेंड्रा के मतदान केंद्र पर वोट डाला। बेमेतरा विधानसभा में फरी गांव के मतदान केंद्र में ईवीएम पर कांग्रेस पार्टी को छोड़कर सभी का बटन दबने की शिकायत ग्रामीणों ने की। इसके चलते आधे घंटे मतदान बाधित रहा।
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  • भाजपा के पक्ष में वोट कराने के आरोप में मरवाही विधानसभा के एक बूथ पर पोलिंग अफसर कमल तिवारी गिरफ्तार। पीठासीन अधिकारी सुरेंद्र सिंह पर भी आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गड़बड़ी के आरोप लगाए। 
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  • कोरबा के कलेक्टर कैसर अब्दुल हक की पत्नी हिना हक ने मतदान के दौरान निर्वाचन आयोग की नियमावली का उल्लंघन किया। वह मोबाइल फोन लेकर पोलिंग बूथ पहुंचीं। नियमावली में तीन माह की सजा का है प्रावधान।

 

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छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण में कुल 1079 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इससे पहले, प्रथम चरण की 18 सीटों पर 12 नवंबर को 76.28 फीसदी वोटिंग हुई थी, जो पिछली बार इन सीटों पर हुए 75.93 प्रतिशत मतदान से करीब 0.35 फीसदी ज्यादा है। राज्य की 90 सीटों के परिणाम 11 दिसंबर को आएंगे।

 

यह 9 मंत्री मैदान में : रमन सिंह सरकार के नौ मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर है। इनमें बृजमोहन अग्रवाल (रायपुर दक्षिण), राजेश मूणत (रायपुर पश्चिम), प्रेमप्रकाश पाण्डेय (भिलाई नगर), अजय चंद्राकर (कुरुद), पुन्नूलाल मोहले (मुंगेली), भैयालाल रजवाड़े (मनेंद्रगढ़), रामसेवक पैकरा (प्रतापपुर), अमर अग्रवाल (बिलासपुर) और दयालदास बघेल (बेमेतरा) शामिल हैं।

 

कांग्रेस से मुख्यमंत्री पद के तीन दावेदार : कांग्रेस से प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल (पाटन), टीएस सिंहदेव (अंबिकापुर) और चरणदास महंत (सक्ती)। तीनों मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने सक्ती में कहा था कि अगर यहां से जो प्रत्याशी (चरणदास) खड़ा है, वह जीतकर मुख्यमंत्री बन सकता है। 

 

11 सीट पर 20 से ज्यादा उम्मीदवार 
कुल उम्मीदवार : 1079
कुल वोटर : 1 करोड़ 53 लाख 85 हजार 983
पुरुष वोटर : 77 लाख 46 हजार 
महिला वोटर : 76 लाख 38 हजार 
थर्ड जेंडर : 877 
दूसरे चरण में 493 निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में हैं। रायपुर दक्षिण से सबसे ज्यादा 46 उम्मीदवार अपना भाग्य अजमा रहे हैं, तो सबसे कम 6 प्रत्याशी बिन्द्रानवागढ़ सीट पर खड़े हैं। 11 पर  20 या उससे ज्यादा प्रत्याशी चुनाव में हिस्सा ले रहे हैं। 18 से 19 साल के 3.50 लाख युवा पहली बार अपने मतदान का इस्तेमाल करेंगे।

 

2013 में भाजपा को मिली थीं 43 सीटें

 

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72 में से करीब 20 पर बसपा-जोगी गठबंधन का आधार

  • दूसरे चरण की 72 सीटों में से 46 सामान्य के लिए, जबकि 9 एससी और 17 एसटी के लिए आरक्षित हैं। इसका फायदा बसपा और जोगी कांग्रेस को मिल सकता है। 
  • बसपा का दूसरे चरण की 20 से ज्यादा सीटों पर 2 फीसदी से लेकर 33 फीसदी तक जनाधार है। इनमें से 11 सीटें बिलासपुर संभाग की हैं। बिलासपुर संभाग में बसपा के प्रभाव वाली सीटों में चंद्रपुर, जैजैपुर, पामगढ़, तखतपुर, जांजगीर, सारंगढ़, अकलतरा, सक्ती, बेलतरा, मस्तूरी और मुंगेली शामिल हैं। इसके अलावा इस संभाग में जनता कांग्रेस के प्रभाव वाली सीटों में मरवाही, कोटा, लोरमी, मुंगेली, तखतपुर, बिल्हा, मस्तूरी और अकलतरा शामिल हैं।

 

सीटें  बसपा का वोट शेयर 
  2013 2008 2003
पामगढ़     29.32% 39.28% 26.4%
जैजैपुर*  32.75% 29.06%
जांजगीर-चांपा* 20.59% 16.63%  12.28%
बिलाईगढ़*  20.23% 24.06%    
सक्ती 10.39% 14.34 % 8.06%  
बलोदा बाजार 10.58% 11.91% 17.54%    
सारंगढ़ 12.21% 18.12 % 33.12%
अकलतरा   11.20 %   33.11% 18.66%
तखतपुर  20.43% 16.60% 5.62%     
चंद्रपुर  29.69%   20.35%    18.21%  
कसडोल 15.22% 11.72% 14.9%    

 

 

इन सीटों पर रहेगी नजर 

 

  • अंबिकापुर: टीएस सिंहदेव (कांग्रेस) vs अनुराग सिंहदेव। यह सीट सामान्य है, लेकिन आदिवासियों और ईसाई वोटरों का दबदबा है। टीएस सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। इनकी संपत्ति 500 करोड़ से ज्यादा है। 
  • कोटा : विभोर सिंह (कांग्रेस) vs काशी साहू (भाजपा) vs रेणु अजीत जोगी (जकांछ)। इस सीट पर रेणु कांग्रेस की टिकट पर पिछले तीन चुनाव से जीतती आ रही हैं। 
  • मरवाही : अजीत जोगी (जकांछ) vs अर्चना सिंह (भाजपा) vs गुलाब सिंह। इस सीट से पांच साल के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी चुनाव लड़ रहे हैं। पिछली बार उन्होंने बेटे अमित को चुनाव लड़ाया था। जोगी परिवार की यह परंपरागत सीट है। 
  • पाटन : भूपेश बघेल (कांग्रेस) vs मोतीलाल साहू (भाजपा)। इस सीट पर कुर्मी, साहू और सतनामी वोटर निर्णायक हैं। बघेल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हैं।
  • रायपुर दक्षिण : बृजमोहन अग्रवाल (भाजपा) vs कन्हैया अग्रवाल (कांग्रेस)। बृजमोहन छह बार से विधायक हैं। कांग्रेस ने पहली कन्हैया अग्रवाल को इस सीट से मौका दिया है।
  • सक्ती : चरणदास महंत (कांग्रेस) vs मेधाराम साहू (भाजपा)। चरणदास महंत कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में शामिल हैं। 

 

मोदी से तीन गुनी ज्यादा सभाएं की राहुल ने 


भाजपा : भाजपा ने 6 चॉपर के जरिए करीब 350 सभाएं, तीन रोड शो कराए। दूसरे चरण में मोदी ने चार सभाएं कीं। अध्यक्ष अमित शाह ने 17 सभाओं के साथ तीन रोड-शो, गृहमंत्री राजनाथ सिंह की 14, योगी आदित्यनाथ की 24, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की 20, रघुवर दास ने 7, मनोज तिवारी की 7 सभाएं हुईं। 


कांग्रेस : राहुल ने तीन दिनों में 15 से ज्यादा सभाएं कीं। वे एक रात छत्तीसगढ़ में रुके भी। इस दौरान उन्होंने 52 विधानसभा सीटों को प्रभावित करने की कोशिश की। कांग्रेस के स्टार प्रचारकों के लिए लगभग 300 उड़ानें भरी गईं।


गठबंधन : अजीत जोगी और मायावती ने गठबंधन के तहत करीब ढाई सौ रैलियां कीं। मायावती और जोगी ने संयुक्त रूप से करीब 6 चुनावी जनसभाएं की हैं, जबकि जोगी ने अकेली 89 रैलियां कींं ।