दुनियाभर में कोरोना एक बार फिर पैर पसार रहा है। इस बीच चीन के सेंटर फॉर डिसिज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) के मुताबिक, लूनर न्यू ईयर के मौके पर कोरोना से हुई मौतों में 80% कमी आई है। दरअसल, एक्स्पर्ट्स का कहना था कि 21 जनवरी के बाद यानी लूनर न्यू ईयर के समय लोगों का घर आना-जाना लगा रहेगा, जिसके चलते संक्रमण बढ़ेगा और कई मौतें होंगी।
CDC ने कहा- सोमवार (23 जनवरी) को 896 मौतें दर्ज हुई। ये आंकड़ा 4 जनवरी को हुई मौतों के मुकाबले 80% कम है। CDC के मुताबिक, 13 से 19 जनवरी के बीच 13 हजार लोगों की मौत हुई थी। वहीं, चीन की हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, 8 दिसंबर से 12 जनवरी तक यानी 35 दिनों में 60 हजार लोगों की मौत हुई।
सरकार ने ये भी दावा किया कि संक्रमण के मामलों में भी कमी आई है। 23 जनवरी को 36 हजार मामले सामने आए, जो 5 जनवरी के मुकाबले 72% कम है। 5 जनवरी को 1 लाख 28 मामले दर्ज हुए थे।
WHO ने कहा- चीन पर भरोसा नहीं
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) का कहना है कि उसे चीन के डेटा पर भरोसा नहीं है। WHO के आपातकालीन निदेशक माइक रयान ने कहा- हमें लगता है कि चीन मौतें और मामलों का जो आधिकारिक आंकड़ा दे रहा है, वो काफी कम है। वो कोरोना की असली स्थिति छुपा रहा है।
पहले जानिए भारत में क्या है कोरोना की स्थिति…
भारत में बुधवार को कोरोना के 88 नए मामले सामने आए और एक मरीज की मौत हो गई। हेल्थ मिनिस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक, देश में अभी 1,934 एक्टिव केस हैं। महामारी की शुरुआत से अब तक देश में 5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही 4 करोड़ से ज्यादा लोग वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। इसी बीच आज भारत में आज स्वदेशी फार्मा कंपनी भारत बायोटेक दुनिया की पहली इंट्रानेजल कोविड-19 वैक्सीन लॉन्च करेगी। इसका नाम iNCOVACC है।
अब जानिए दुनिया में कोरोना की स्थिति…
चीन: जीरो-कोविड पॉलिसी खत्म होने के बाद 60 हजार मौतें
जापान: कोरोना को फ्लू की कैटेगरी में लाने पर विचार
जापान में बुधवार को 79 हजार नए कोरोना मामले रिकॉर्ड किए गए। इसी बीच जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा कोविड-19 को फ्लू की कैटेगरी में लाने पर विचार कर रहे हैं। देश में कोरोना मरीजों की संख्या इतनी ज्यादा हो गई है कि उसका स्टेटस टीबी और फ्लू की बीमारी जैसा हो गया है। अधिकारी कोरोना को 5वें नंबर पर रखने पर विचार कर रहे हैं। किशिदा का कहना है कि इससे जनता कोरोना को नॉर्मल मानेगी और वायरस के साथ जीना सीखेगी।
ब्रिटेन: फिर से बूस्टर डोज लगाने की तैयारी
ब्रिटेन में लोगों को एक्स्ट्रा बूस्टर डोज लगाने की तैयारी की जा रही है। यह उन लोगों के लिए होगा जो बुजुर्ग हैं, गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं या जिनकी इम्यूनिटी बेहद कमजोर है। यहां भी कोरोना केसेस बढ़ रहे हैं। इंग्लैंड में एक हफ्ते में 15 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं।
अमेरिका: कोरोना से मौतों का आधिकारिक आंकड़ा सही नहीं
बोस्टन यूनिवर्सिटी, मिनेसोटा यूनिवर्सिटी और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के अनुसार, अमेरिका में कोरोना से होने वाली मौतों को सही तरीके से नहीं गिना जा रहा है। आधिकारिक तौर पर जो आंकड़ा पेश किया जा रहा है, वह असली संख्या से कम है। मार्च 2020 से फरवरी 2022 तक लगभग 9 लाख 96 हजार से 12 लाख 78 हजार एक्सेस डेथ हुई हैं। इनमें से केवल 8 लाख 66 हजार को ही कोरोना से हुई मौतें माना गया था।
दुनिया में 67 करोड़ से ज्यादा मामले
कोरोना worldometer के मुताबिक, दुनिया में अब तक 67 करोड़ 38 लाख 47 हजार 652 मामले सामने आ चुके हैं। 11 जनवरी 2020 को चीन के वुहान में 61 साल के बुजुर्ग की मौत हुई थी। ये दुनिया में कोरोना से होने वाली पहली मौत थी। इसके बाद मौत का सिलसिला बढ़ने लगा। अब तक 67 लाख 50 हजार 261 मौतें हो चुकी हैं।
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चीन में संक्रमण के हालात 2020 की याद दिला रहे हैं। तब से अब तक शी जिनपिंग सरकार ने इससे निपटने के लिए सख्त नियम लागू किए। जीरो कोविड पॉलिसी लाई गई। बेहद सख्त लॉकडाउन लगते रहे। तमाम दावों और वादों के बावजूद कोरोना कंट्रोल नहीं किया जा सका। पूरी खबर पढ़ें...
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