मनीष सिसोदिया को CBI का समन:शराब घोटाला केस में कल 11 बजे होगी पूछताछ, AAP ने कहा- जांच एजेंसी उन्हें गिरफ्तार करेगी

नई दिल्ली8 महीने पहले
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दिल्ली शराब घोटाला मामले में CBI ने आज के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को समन जारी किया है। टीम ने उन्हें पूछताछ के लिए कल सुबह 11 बजे ऑफिस बुलाया है। वहीं, आप ने कहा है कि सीबीआई कल सिसोदिया को गिरफ्तार कर सकती है। जांच एजेंसियों ने अब तक इस केस में तीन आरोपियों विजय नायर, समीर महेंद्रू और अभिषेक बोइनपल्ली को गिरफ्तार किया है। इस मामले में मनीष सिसोदिया पर भी आरोप हैं।

आप नेता आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कल मनीष सिसोदिया CBI मुख्यालय जाएंगे तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आज तक CBI बता नहीं पाई है कि मनीष जी के पास से क्या मिला? CBI-ED ने फर्जी घोटाले की जांच के लिए 400-500 ऑफिसर्स को लगाया है, लेकिन इन्हें 1 रुपए का भी भ्रष्टाचार नहीं मिला है।

सिसोदिया बोले- सत्यमेव जयते
समन मिलने के बाद सिसोदिया ने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा-मेरे घर पर 14 घंटे CBI रेड कराई, कुछ नहीं निकला। मेरा बैंक लॉकर तलाशा, उसमें कुछ नहीं निकला। मेरे गांव में इन्हें कुछ नहीं मिला। अब इन्होंने कल 11 बजे मुझे CBI मुख्यालय बुलाया है। मैं जाऊंगा और पूरा सहयोग करूंगा। सत्यमेव जयते।

ED की 25 ठिकानों पर छापेमारी
इससे पहले बीते शुक्रवार को शराब घोटाला केस में ED ने दिल्ली में 25 जगह छापेमारी की थी। इस दौरान एजेंसी ने राजधानी के कई शराब कारोबारियों के आवासों सहित कई ठिकानों पर तलाशी ली थी। पहले भी ED और CBI ने इस केस में 100 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है। पहले एजेंसी ने कुछ नेताओं, पूर्व नौकरशाह और कारोबारियों के घर तलाशी ली थी।

19 अगस्त को मनीष सिसोदिया के घर की तलाशी
19 अगस्त को शराब घोटाले में CBI ने दिल्ली के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया के घर समेत दूसरे ठिकानों पर छापेमारी की थी। मनीष सिसोदिया पर जिन 3 धाराओं में केस दर्ज है, उनमें 2 धाराएं प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत आती हैं। CBI की FIR के मुताबिक मनीष सिसोदिया के खिलाफ IPC की धारा 120B, 477A और प्रिवेंशन ऑफ करप्शन की धारा 7 के तहत केस दर्ज हुआ है।

1 अगस्त से लागू की गई थी शराब नीति
डिप्टी CM मनीष सिसोदिया ने 1 अगस्त 2022 को ऐलान किया था कि पुरानी शराब नीति लागू होगी। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा- केंद्र सरकार ने इस पॉलिसी में CBI की एंट्री करा दी, जिससे कोई भी ठेका लेने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए हम नई व्यवस्था लागू नहीं करेंगे।

डिप्टी CM ने कहा था कि नई एक्साइज पॉलिसी से भाजपा का भ्रष्टाचार खत्म हो जाता और साल में 9,500 करोड़ का राजस्व आता। वर्तमान में दिल्ली में 468 शराब दुकानें चल रही हैं। भाजपा का मकसद है कि दिल्ली में अवैध शराब बिके। इसी वजह से मुख्य सचिव ने आबकारी विभाग से जवाब भी मांगा था। जब 8 जुलाई को इस संबंध में उपराज्यपाल को फाइल भेजी गई तब जाकर इस मामले पर बवाल मचाना शुरू हुआ।

इस नई शराब नीति के तहत दिल्ली सरकार ने ये 5 प्रमुख फैसले लिए…

  • पूरी दिल्ली को 32 जोन में बांटकर हर जोन में 27 लिकर वेंडर रखने की बात कही गई।
  • इसमें फैसला किया गया कि दिल्ली सरकार अब शराब बेचने का काम नहीं करेगी।
  • अब दिल्ली में शराब बेचने के लिए सिर्फ प्राइवेट दुकानें होंगी।
  • हर वार्ड में 2 से 3 वेंडर को शराब बेचने की अनुमति दी जाएगी।
  • शराब दुकानों के लिए लाइसेंस देने की प्रोसेस को आसान और फ्लेक्सिबल बनाया जाएगा।

दिल्ली उप राज्यपाल ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ CBI जांच की मांग की थी
22 जुलाई को नई शराब नीति को लेकर दिल्ली के उप-राज्यपाल वीके सक्सेना ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ CBI जांच की मांग की थी। सक्सेना ने केजरीवाल सरकार के मंत्री सिसोदिया पर नियमों को नजरअंदाज कर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए थे। वहीं BJP ने केजरीवाल सरकार पर नए टेंडर के बाद गलत तरीके से शराब ठेकेदारों के 144 करोड़ माफ करने के आरोप लगाए थे।

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दिल्ली शराब घोटाले में ED की 35 लोकेशन पर रेड:CM केजरीवाल बोले- कुछ नहीं मिलेगा

दिल्ली की शराब नीति घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को दिल्ली, पंजाब और हैदराबाद में छापेमारी शुरू की। यहां की 35 से ज्यादा लोकेशन पर ED की टीमें सुबह-सुबह पहुंचीं। इन राज्यों में शराब वितरकों, कंपनियों और उनसे जुड़ी संस्थाओं की तलाशी ली जा रही है। दिल्ली की शराब नीति पिछले साल 17 नवंबर को लागू की गई थी। पढ़ें पूरी खबर...

सिसोदिया पर 17 अगस्त को दर्ज हुई थी FIR, इसमें 3 आबकारी अफसर, 9 कारोबारी और दो कंपनियों के नाम

दिल्ली के एक्साइज स्कैम में डिप्टी CM मनीष सिसोदिया के आवास समेत 7 राज्यों की 21 जगहों पर CBI ने छापेमारी की थी। छापेमारी करीब 12 घंटे तक चली। जांच एजेंसी के अफसर 19 अगस्त सुबह 8.30 बजे ही सिसोदिया के घर पहुंच गए थे।

केस से जुड़ी एक बड़ी बात सामने आई थी। दरसअल, CBI ने मनीष सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ छापे से दो दिन पहले यानी 17 अगस्त को ही FIR दर्ज कर ली थी। इसमें दावा किया गया था कि एक शराब कारोबारी ने मनीष सिसोदिया के नजदीकी को एक करोड़ रुपए दिए थे। पढ़ें पूरी खबर...