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नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान बॉर्डर पर 88 दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं। 26 जनवरी को लाल किले पर हुई हिंसा के बाद खत्म होते दिख रहे आंदोलन में किसान संगठन जान फूंकने में लगे हुए हैं। इसी के मद्देनजर किसानों ने अगले हफ्ते के लिए खास रणनीति बनाई है। इस दौरान किसान अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के मुताबिक, किसान पगड़ी संभाल दिवस, दमन विरोधी दिवस, युवा किसान दिवस और मजदूर किसान एकता दिवस मनाएंगे। ये कार्यक्रम 23 से 27 फरवरी तक आयोजित किए जाएंगे।
सरकार आंदोलन खत्म कराने की फिराक में
किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि सरकार आंदोलन को खत्म करने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही है। प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तारी और नजरबंदी का डर दिखाया जा रहा है। उनके खिलाफ केस भी दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिंघु बॉर्डर को किले में तब्दील कर दिया गया है। ऐसा लगता है कि जैसे हम किसी इंटरनेशनल बॉर्डर पर खड़े हैं।
आंदोलन के लॉन्ग टर्म प्लान पर चर्चा होगी
उन्होंने कहा कि 8 मार्च से संसद सत्र को देखते हुए आंदोलन के लॉन्ग टर्म प्लान पर चर्चा की जाएगी और SKM की अगली बैठक में रणनीति साझा की जाएगी। एक अन्य किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने भी सरकार पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस पर किसान रैली के दौरान हुई हिंसा और तोड़फोड़ के मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 122 लोगों में से लगभग 32 लोगों को जमानत मिल गई है।
किसान लंबे समय तक टिकने की तैयारी में जुटे
कड़ाके की ठंड झेलने के बाद आंदोलनकारी किसान अब गर्मियों के मौसम को देखते हुए तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने टेंट्स में पंखे लगवाना शुरू कर दिए हैं। साथ ही टेंट की ऊंचाई बढ़ाकर उसके अंदर एक और टेंट लगा रहे हैं ताकि गर्मी से बच सकें। इसके साथ ही धरनास्थलों पर AC लगी ट्रॉलियां भी नजर आ रही हैं। किसान नेता राकेश टिकैत कह चुके हैं कि आंदोलन कम से कम अक्टूबर तक चलेगा।
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