देशभर में ग्यारह हजार से ज्यादा लोगों से ठगी कर चुके एक इंटरनेशनल रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। ये पार्ट टाइम ऑनलाइन वर्क फ्रॉम होम के बहाने लोगों को अपना शिकार बनाते थे। मामले में तीन लोगों को अरेस्ट किया गया है। इनके तार चीन और दुबई से जुड़े होने के सबूत मिले हैं। आरोपियों के खातों में करीब 15 लाख की रकम भी पुलिस ने फ्रीज करवाई है।
DCP आउटर नार्थ डिस्ट्रिक्ट देवेश कुमार महला ने बताया नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर रोहिणी निवासी महिला ने शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें बताया गया उनसे अमेजन कंपनी के लिए ऑनलाइन वर्क फ्रॉम होम के एवज में एक लाख 18 हजार रुपए ठगे गए हैं। उन्हें इंस्टाग्राम पर दिए गए विज्ञापन के जरिए लुभाया गया था। इस बाबत केस दर्ज किया गया।
चीन से ऑपरेट हो रहा ठगी का काम
जांच में पता चला कि जिस टेलीग्राम आईडी का लिंक शिकायतकर्ता को भेजा गया था, वह बीजिंग, चीन से ऑपरेट हो रही थी। पुलिस ने NPCI और कोटक महिंद्रा बैंक को मेल लिख संदिग्ध लेनदेन के लाभार्थी का विवरण मांगा था। बैंक से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह पता चला कि पीड़ितों से पैसे जमा करने के लिए उस दिन कृष्णा एंटरप्राइजेज के नाम से एक शेल कंपनी के खाते का उपयोग किया गया था।
एक दिन में 5 करोड़ से ज्यादा जमा किए
जांच के दौरान यह भी पाया गया कि 22 सितंबर 2022 को एक ही दिन में कुल 5 करोड़ से ज्यादा रुपए जमा किए गए थे। कृष्णा एंटरप्राइजेज के आगे के मनी ट्रेल में यह पता चला कि पूरी राशि को सात अलग-अलग कंपनियों के माध्यम से आगे बढ़ाया गया था। पैसे की हेराफेरी क्रिप्टो करेंसी के जरिए विदेशी खातों में भेजी गई।
बैंक से पुलिस को एक मोबाइल नंबर मिला जोकि उक्त कंपनी के खाते से जुड़ा हुआ था। उसका उपयोग नेट बैंकिंग आदि के लिए किया जा रहा था। संदिग्ध मोबाइल नंबर सतीश यादव निवासी नजफगढ़ का था। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
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