गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने गुरुवार को पहली लिस्ट जारी की। 180 विधानसभा सीटों में से अभी 160 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल घाटलोढ़िया से चुनाव मैदान में उतरेंगे। यहां उनके खिलाफ कांग्रेस की एमी यागनिक हैं।
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की जगह डॉ. दर्शिता शाह राजकोट पश्चिम से चुनाव लड़ेगीं। वहीं पार्टी ने वर्तमान सरकार में शामिल 5 मंत्रियों का भी टिकट काट दिया है। इनमें राजेंद्र त्रिवेदी और प्रदीप परमार जैसे दिग्गज नाम शामिल हैं।
रवींद्र जडेजा की पत्नी रीवाबा को टिकट
मोरबी में भाजपा ने मौजूदा विधायक बृजेश का टिकट काट दिया है। उनकी जगह पूर्व विधायक कांतिलाल अमृतिया को टिकट दिया है। मोरबी पुल हादसे के वक्त कांतिलाल लोगों की जान बचाने के लिए मच्छू नदी में कूदे थे। उन्होंने जल्द रेस्क्यू के लिए वीडियो भी पोस्ट किया था। रवींद्र जडेजा की पत्नी रीवाबा को जामनगर उत्तर से टिकट दिया गया है।
कांग्रेस से आने वाले इन नेताओं को दिया टिकट
प्रद्युमन सिंह जडेजा (अबडासा), कुवरजी बावड़ियां (जसदन), जवाहर चावडा (मानावदर), हर्षद रिबडीया (विसावदर), भगा बारड ( तालाला), अश्विन कोटवाल (खेडब्रह्मा), जीतू चौधरी (कपराडा) को बीजेपी से टिकट दिया गया है। ये सभी नेता 2017 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे। अब बीजेपी की ओर से मैदान में हैं।
पहली लिस्ट के अहम चेहरे...
1 | घाटलोडिया | CM भूपेंद्र पटेल |
2 | गांधीधाम | मालतीबेन माहेश्वरी |
3 | राजकोट पश्चिम | दर्शिता शाह |
4 | जामनगर उत्तर | रिवाबा जडेजा |
5 | विरमगाम | हार्दिक पटेल |
लिस्ट पर मोदी-शाह-नड्डा की 3 घंटे मीटिंग... 38 का टिकट कटा
टिकटों के बंटवारे को लेकर दिल्ली में BJP सेंट्रल इलेक्शन कमेटी (CEC) की बुधवार को मीटिंग हुई थी। करीब 3 घंटे चली मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह शामिल हुए थे। मीटिंग में गुजरात की 182 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की गई।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा ने 38 विधायकों का टिकट काट दिया है, जबकि 61 विधायक को फिर से चुनाव मैदान में उतारा गया है। स्पीकर डॉ. निमाबेन आचार्य का भी टिकट कट गया है। राजकोट की चारों सीट पर पार्टी ने नए चेहरे को उम्मीदवार बनाया है।
मीटिंग से पहले ही दिग्गजों का चुनाव लड़ने से इनकार
दिल्ली में होने वाली मीटिंग से पहले ही गुजरात के पूर्व CM, डिप्टी CM समेत पांच वरिष्ठ मंत्रियों ने विधानसभा चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया। इन नेताओं ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल को पत्र लिखकर चुनाव न लड़ने की घोषणा की।
शुरुआत डिप्टी CM नितिन पटेल ने की। फिर पूर्व सीएम विजय रूपाणी, पूर्व गृहराज्यमंत्री प्रदीप सिंह जड़ेजा, पूर्व विधि एवं शिक्षा मंत्री भूपेन्द्र सिंह चूडास्मा एवं पूर्व मंत्री, बोटाद से सौरभ पटेल, प्रदेश अध्यक्ष रहे आरसी फलदू ने भी चुनाव न लड़ने के लिए लेटर लिखा।
जाति फैक्टर के कारण लिस्ट जारी करने में देरी हुई
भाजपा और कांग्रेस को प्रत्याशी चयन में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी है। इन दोनों दलों के सामने सबसे बड़ी चुनौती जातीय समीकरणों को साधकर उम्मीदवार उतारना है। इस चुनाव में बड़े और छोटे 18 समुदायों ने दलों से टिकट मांगा है।
भाजपा से पाटीदार समुदाय ने 50 लोगों को टिकट देने को कहा। वहीं प्रजापति 10, कोली 72, ठाकोर 8, जैन 10-15, क्षत्रिय 25, अहीर 12, ब्राह्मण 10, इसके अलावा बंजारा, माली, भोई, राणा, खारवा, मेर, वाघेर जैसी अन्य छोटी जातियों ने भी अलग सीटों की मांग की है। जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर...
मोरबी हादसे में लोगों की जान बचाने वाले कांतिलाल को मिला टिकट
भारतीय जनता पार्टी ने मोरबी के पूर्व विधायक कांतिलाल अमृतिया को टिकट दिया है। पार्टी ने सिटिंग MLA बृजेश मेरजा का टिकट काट दिया है। कांतिलाल वहीं शख्स हैं, जिन्होंने मोरबी पुल हादसे के दौरान जान की परवाह किए बिना नदी में छलांग लगा दी थी। इन्होंने कई लोगों की जान बचाई थी। 30 अक्टूबर की शाम मोरबी की मच्छू नदी पर बना ब्रिज टूट गया था। इस हादसे में 135 लोगों की जान चली गई थी, जबकि 177 लोगों को रेस्क्यू किया गया था।
PM मोदी ने कांतिलाल को किया था फोन
हादसे की रात करीब 9 बजे कांतिलाल ने ही दर्जनों लोगों की मौत का दावा भी किया था। इस दौरान PM नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोन कर हादसे की पूरी जानकारी भी ली थी। हादसे के दूसरे दिन जब PM मोरबी पहुंचे तो कांतिलाल उनके साथ नजर आए थे। इसी दौरान यह माना जाने लगा था कि उन्हें टिकट मिल सकता है।
2017 में चुनाव हार गए थे कांतिलाल, पांच बार विधायक रहे
भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में भी कांति अमृतिया को टिकट दिया था, लेकिन कांग्रेस के उम्मीदवार बृजेश मेरजा ने उन्हें हरा दिया था। हालांकि चुनाव जीतने के बाद मेरजा भाजपा में आ गए थे और उन्हें मंत्री भी बनाया गया। पटेल समुदाय से आने वाले कांतिलाल 1995 से 2012 तक मोरबी से विधायक रहे।
गुजरात में दो फेज में चुनाव 1 और 5 दिसंबर को
गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए दो फेज में एक और पांच दिसंबर को वोट डाले जाएंगे। गुजरात विधानसभा का कार्यकाल 18 फरवरी 2023 को खत्म हो रहा है। 1 दिसंबर को 89 सीटों पर और 5 दिसंबर को 93 सीटों पर वोटिंग होगी। नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे। पढ़ें पूरी खबर...
ब्रिज हादसे ने बदला चुनावी गणित
मोरबी माणिया विस क्षेत्र में ही केबल ब्रिज त्रासदी हुई। यह सीट भाजपा का गढ़ रही है। राजनीतिक दलों को डर है कि वोट मांगते समय लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ेगी, क्योंकि शहर के नेहरू गेट चौक, ग्रीन चौक, बापा सीताराम चौक, पानी की रेहड़ी से लेकर चाय की केतली... जहां भी जाओ, वहां सिर्फ हादसे का दर्द है। पढ़ें पूरी खबर...
अब उम्मीदवारों की पूरी लिस्ट देख लीजिए...
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