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बारामती में दम घुटने से चार लोगों की मौत:गोबर गैस चैंबर के पाइप की सफाई करने उतरे थे, मरने वालों में पिता-पुत्र भी

पुणे2 महीने पहले
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गोबर गैस के इसी चैंबर की सफाई के दौरान चारों की मौत हुई है। - Dainik Bhaskar
गोबर गैस के इसी चैंबर की सफाई के दौरान चारों की मौत हुई है।

पुणे जिले के बारामती में बुधवार को गोबर गैस के चैंबर में दम घुटने से चार लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि प्रवीण अटोले नाम का व्यक्ति चैंबर के पाइप साफ करने के लिए पाइप के अंदर गया लेकिन वह बेहोश हो गया। उसे बचाने के लिए उसके पिता अंदर गए तो वो भी बेहोश हो गए। जब दोनों बाहर नहीं आए तो उन्हें देखने 2 लोग अंदर गए लेकिन वे भी बाहर नहीं आए। चारों की मौत हो गई।

पुलिस के अनुसार, घटना खंदाज गांव में बुधवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे की है। जिस चैंबर की सफाई के लिए ये लोग उतरे वह गोबर गैस टैंक का था।

मोटर पंप में कचरा फंस गया था
घटना के समय मौजूद एक व्यक्ति ने बताया कि चैंबर भरा हुआ था और ये लोग उसे साफ कर रहे थे। चैंबर के मोटर पंप में कचरा फंस गया था, इसलिए प्रवीण इसे हटाने के लिए अंदर गए। लेकिन दम घुटने के कारण वह बेहोश हो गए। उनके बाद, उनके पिता भानुदास अटोले अंदर गए लेकिन वो भी बाहर नहीं आए। उन्हें देखने प्रकाश सोपान अटोले, और बाबासाहेब गवाहने एक-एक कर चैंबर में दाखिल हुए, लेकिन सभी बेहोश हो गए और अंदर जमा पानी में गिर गए।

बाद में चारों को बाहर निकालकर बारामती के सिल्वर जुबली उपजिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

घटना के बाद बारामती के सिल्वर जुबली अस्पताल में जुटे परिजन और गांव के लोग।
घटना के बाद बारामती के सिल्वर जुबली अस्पताल में जुटे परिजन और गांव के लोग।

पुलिस ने चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

फरीदाबाद में भी हुई थी ऐसी घटना
दिल्ली से सटे फरीदाबाद शहर में भी अक्टूबर माह में ऐसी ही घटना हुई थी। बिना सुरक्षा उपकरण के सीवर टैंक की सफाई करने उतरे 4 युवकों की दर्दनाक मौत हो गई थी। यहां चैंबर की सफाई करने उतरे युवक अंदर ही बेहोश हो गए थे। अग्निशमन कर्मचारियों ने स्थानीय पुलिस की मदद से टैंक में बेहोश पड़े चारों युवकों को कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। जांच के दौरान डॉक्टरों ने चारों को मृत घोषित कर दिया। मरने वाले युवकों की उम्र करीब 25 से 30 वर्ष थी। पुलिस के मुताबिक, मृतकों की पहचान दक्षिणपुरी दिल्ली, संगम विहार, संजय कैंप निवासी रोहित, रवि, विशाल तथा रवि के रूप में हुई थी

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