- जवाहर टनल में 10 पुलिसकर्मी हिमस्खलन के फंसे थे, 3 के शव बरामद किए गए
- अनंतनाग में हिमस्खलन के चलते दंपती की मौत, उनके दोनों बच्चों को बचाया गया
- हिमाचल के कल्पा में -7 डिग्री और मनाली में -5 डिग्री तक गिरा पारा
नई दिल्ली/श्रीनगर. जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर जवाहर टनल में फंसे 10 पुलिसकर्मियों में से 3 के शव शुक्रवार को बरामद कर लिए गए। 3 पुलिसवालों को बचाया गया और 4 अभी लापता हैं। गुरुवार को यहां हुए हिमस्खलन की वजह से पुलिसकर्मी फंस गए थे। बर्फबारी और हिमस्खलन के चलते अलग-अलग इलाकों में 4 अन्य लोगों की मौत हो गई।
तेज हवा और बर्फ बनी बचाव कार्य में बाधा
सेना के मुताबिक, शुक्रवार को तेज हवाओं और भारी बर्फबारी की बचाव दल को सुरंग तक पहुंचने में काफी मुश्किलों को सामना करना पड़ा। गुरुवार को हिमस्खलन से कुलगाम जिले में सुरंग का काजीगुंड की तरफ वाला उत्तरी हिस्सा प्रभावित हुआ था। यहां से 10 पुलिसकर्मी सुरक्षित स्थान तक पहुंचने में कामयाब रहे। 10 अन्य इसमें फंस गए। बचाव दल ने अभियान में तेजी लाने के लिए हेलिकॉप्टर की मांग की है।
जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग के रामसू-रामबन सेक्टर में हुए हिमस्खलन में दो लोगों की मौत हो गई थी, जिनके शव शुक्रवार सुबह बरामद कर लिए गए थे। उनकी पहचान पश्चिम बंगाल के संजीत लकड़ा और हिमाचल प्रदेश के प्रमोद मनकोटिया के रूप में की गई है। अनंतनाग जिले के कोकरनाग इलाके में गुरुवार देर रात हिमस्खलन से एक घर तबाह हो गया, जिसमें एक दंपति की मौत हो गई। उनके दो बच्चों को बचा लिया गया।
5 फीट तक हुई बर्फबारी, 98 परिवारों को हटाया गया
कश्मीर घाटी में गुरुवार से तेज बर्फबारी जारी है। अफसरों का कहना है कि कुछ स्थानाें पर पांच फीट तक बर्फ गिरी है। कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला जम्मू-श्रीनगर हाईवे हिमस्खलन की वजह से लगातार तीसरे दिन बंद है। उधर, कश्मीर-लेह हाईवे दिसंबर से अब तक नहीं खोला जा सका है। इससे लेह क्षेत्र देश के बाकी हिस्से से कटा हुआ है। अधिकारियों ने वाल्टांगू नार, कुंड, कुलगाम, गंदेरबल से 98 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया।
हिमाचल में रातभर बर्फबारी के बाद धूप खिली
राज्य में भारी बर्फबारी और बारिश के एक दिन बाद शुक्रवार को तेज धूप खिली है। हालांकि, शिमला शहर में वाहनों की आवाजाही बंद है। पूरे किन्नौर जिले का राज्य के बाकी हिस्सों से सड़क संपर्क कट गया है। शिमला का न्यूनतम तापमान शून्य से 2.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। यहां 36 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई। कुफरी, फागू और नारकंडा जैसे शिमला के आसपास के स्थानों में पिछले 24 घंटों में मध्यम से भारी बर्फबारी हुई है।
कोठी में आधा मीटर बर्फ गिरी
मनाली के पास कोठी में राज्य में सबसे अधिक 65 सेंटीमीटर (आधा मीटर से ज्यादा) बर्फबारी दर्ज की गई। मनाली में रात का तापमान माइनस 5 डिग्री दर्ज किया गया। यहां 35 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई। शिमला के बड़े इलाकों जैसे माल रोड, रिज, यूएस क्लब और जाखू पहाड़ियों में बर्फबारी हुई। यह एक-दो दिनों तक रहेगी। किन्नौर जिले के कल्पा का न्यूनतम तापमान माइनस 7 डिग्री और धर्मशाला में 0.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
निचली पहाड़ियों में हुई बारिश
हिमाचल प्रदेश की निचली पहाड़ियों, जैसे- धर्मशाला, पालमपुर, सोलन, नाहन, बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर और मंडी में तेज बारिश भी हुई है। धर्मशाला में करीब 10 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई।
दिल्ली आने वाले 38 विमानों का मार्ग बदला
दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्र में गुरुवार शाम जोरदार ओलावृष्टि हुई। मौसम खराब होने की वजह से शाम छह बजे से रात 9:45 बजे तक इंदिरा गांधी अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर आने वाली 38 उड़ानों के मार्ग में बदलाव करना पड़ा। कई अन्य उड़ानों पर भी असर पड़ा है।