भास्कर ओपिनियनभारतीय क्रिकेट:जैसे ताप पाकर सोना निखरता है, वैसे ही निखर आए हैं विराट कोहली

3 महीने पहले
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कहते हैं क्रिकेट में लक बहुत काम करता है। पिछले मैच में सौ रन बनाने वाला क्रिकेटर दूसरे ही मैच में ज़ीरो पर भी आउट हो सकता है। लेकिन दरअसल, क्रिकेट हुनर का खेल है और फ़िलहाल क्रिकेट में विराट कोहली का हुनर बड़ा काम कर रहा है। ये वही विराट कोहली हैं जो लगातार डेढ़ साल तक ज़्यादा रन नहीं बना पाए थे और दर्शक कहते थे, अब तो इन्हें संन्यास ले ही लेना चाहिए। लगातार संघर्ष और सही दिशा में प्रैक्टिस जारी रखकर विराट ने अपने उस निराशा भरे समय को काफ़ी पीछे छोड़ दिया है और शतक बनाए जा रहे हैं।

जहां तक वनडे कप्तान रोहित शर्मा का सवाल है, उनका हुनर भी लाजवाब है लेकिन फ़िलहाल वह काम नहीं कर रहा है। वे लम्बे समय से लम्बी पारी नहीं खेल पा रहे हैं। कारण जो भी हो, लेकिन डबल सेंचुरी लगाने वाले रोहित से लोग बार- बार सेंचुरी की आशा रखते हैं और दर्शकों को बार-बार निराश होना पड़ रहा है।

कारण क्या है, यह तो रोहित ही भली- भाँति जानते होंगे लेकिन उम्मीद है कि वनडे वर्ल्ड कप से पहले उनका असली रूप निखर कर सामने ज़रूर आएगा। अगर रोहित और विराट दोनों ही अपनी असल लय में लौट आएँ तो फिर दुनिया की कोई टीम हमें हरा नहीं सकती।

विराट जो निखरे हैं तो वे पहले से भी अच्छे रूप में सामने आए हैं। जैसे सोना तपकर ज़्यादा निखार पा जाता है उस तरह। पहले विराट महान थे लेकिन छक्के वे कम ही लगाया करते थे। उनकी पारियों में पहले चौकों की बाढ़ ज़रूर रहती थी लेकिन अब वे छक्कों की झड़ी भी लगाने लगे हैं। लगता है रोहित और विराट का कॉम्बिनेशन अकेले विराट में समा गया है। रविवार को श्रीलंका के खिलाफ वे सैकड़ा बनाने के बाद लगभग हर बाल पर चौका या छक्का लगा रहे थे। श्रीलंकाई बॉलर्स परेशान हो गए थे।

सोच रहे थे वे जब बॉल फेंकें तब विराट सामने न हों तो बहुत अच्छा। देखने लायक़ पारी खेली विराट ने। यही वजह है कि इस सीरीज़ में वे मैन ऑफ़ द सीरीज़ भी चुने गए और मैन ऑफ़ द मैच तो थे ही। विराट की पारी की बदौलत ही रविवार को भारत ने वन डे इतिहास की सबसे बड़ी जीत दर्ज की। श्रीलंका को 317 रनों से हराया। 15 साल पहले न्यूज़ीलैंड ने आयरलैंड को 290 रनों से हराया था।