सितंबर में हुई जॉइंट एंट्रेस एग्जाम (JEE) मेन्स में असम के टॉपर नील नक्षत्र दास और उनके पिता डॉ. ज्योर्तिमय दास को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। इन पर फर्जी कैंडिडेट बैठाकर टेस्ट दिलवाने का आरोप है। इस मामले में अजारा पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है। आरोपी नक्षत्र ने JEE मेन्स में 99.8% नंबर लाकर असम में टॉप किया था।
पुलिस ने कहा- बड़ा घोटाला सामने आ सकता है
इस मामले में टेस्टिंग सेंटर के 3 कर्मचारियों- हेमेंद्र नाथ शर्मा, प्रांजल कलिता और हिरुलाल पाठक को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस मामले में शामिल कुछ और लोगों की गिरफ्तारी भी हो सकती है। पुलिस का कहना है कि यह सिर्फ एक कैंडिडेट का केस नहीं, बल्कि बड़ा घोटाला हो सकता है।
'आरोपी एग्जाम सेंटर गया, नाम और रोल नंबर लिखकर लौट आया'
पुलिस के मुताबिक एग्जाम इनविजिलेटर ने आरोपी की मदद की थी। आरोपी एग्जाम के दिन सेंटर पर गया था, लेकिन आंसर शीट पर नाम और रोल नंबर लिखकर लौट आया। फिर उसकी जगह किसी और ने परीक्षा दी थी। पुलिस ने एग्जाम सेंटर को सील कर मैनेजमेंट को समन भेजा है। घटना की जानकारी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को भी दे दी है।
आरोपी का ऑडियो वायरल हुआ था
इस मामले की FIR मित्रदेव शर्मा नाम के व्यक्ति ने 23 अक्टूबर को दर्ज करवाई थी। वह सोशल मीडिया पर एक फोन कॉल का ऑडियो और वॉट्सऐप चैट वायरल होने पर सक्रिय हुआ था। ऑडियो और चैट में आरोपी नील नक्षत्र दास की चीटिंग करने की बातचीत सामने आई थी।
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