केरल के एक समलैंगिक जोड़े ने हाईकोर्ट के साइकोलॉजिस्ट से काउंसलिंग करवाने वाले आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका स्वीकार कर मामले में दूसरे पक्ष को नोटिस जारी किया है। इसके अलावा अगले आदेश तक केरल हाईकोर्ट की कार्यवाही पर रोक लगाने का निर्देश दिया है।
समलैंगिक जोड़े की ओर से एक युवती ने अपने वकील के जरिए यह याचिका लगाई है। उसका आरोप है कि 13 जनवरी को केरल हाईकोर्ट ने अपने फैसले में उसकी पार्टनर को काउंसलिंग सेशन में भाग लेने का निर्देश दिया है। याचिकाकर्ता के वकील श्रीराम पी. ने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट से तत्काल सुनवाई की मांग की थी।
माता-पिता साथ रहने के खिलाफ
याचिकाकर्ता का कहना है कि समलैंगिक जोड़ा महिला हैं और दोनों एक साथ रहना व शादी करना चाहते हैं। पहली महिला का कहना है कि उसके पार्टनर के माता-पिता हमारे संबंधों के खिलाफ हैं। हमारी इच्छा के विरूद्ध उन्होंने मेरे पार्टनर को घर में कैद करके रखा है। वे हमारे संबंधों को पसंद नहीं करते और हमारी शादी रोकना चाहते हैं। यह सुरक्षा और स्वतंत्रता के अधिकार के खिलाफ है।
मौलिक अधिकारों से दूर रखा जा रहा
याचिकाकर्ता ने कहा कि- हाईकोर्ट ने गलत तरीके से उसकी साथी को साइकोलॉजिस्ट से काउंसलिंग करवाने के लिए कहा। ऐसा लग रहा है कि उनसे उनकी इच्छा को बदलने के लिए कहा गया है। जो कि कानूनन गलत है। याचिकाकर्ता ने इसी साल 24 जनवरी और 2 फरवरी के आदेशों को चुनौती दी और कहा कि उन्हें मौलिक अधिकारों से वंचित रखा जा रहा है। कोर्ट के इन आदेशों ने 9 जनवरी से लेकर आज तक की हिरासत में लिए गए लोगों को सुरक्षा और स्वतंत्रता से वंचित कर दिया।
पूछा-जेंडर ओरिएंटेशन काउंसलिंग कानूनी है या नहीं?
याचिका में यह भी कहा गया कि क्या हिरासत में लिए गए लोगों को हाई कोर्ट में सुरक्षा में शारीरिक रूप से सुनवाई का अधिकार देना चाहिए था? यह कहते हुए कि याचिका में कानून को लेकर भी सवाल किया कि क्या जेंडर ओरिएंटेशन काउंसलिंग कानूनी है या नहीं?
ये खबर भी पढ़े...
लड़की से लड़का बना ट्रांसजेंडर प्रेग्नेंट:देश में पहला ऐसा केस, 3 साल से साथ रह रहे हैं ट्रांस कपल जिया-जहाद
केरल के कोझिकोड में एक ट्रांसजेंडर कपल माता-पिता बनने वाला है। पिछले तीन साल से साथ रह रहे जहाद और जिया पावल ने सोशल मीडिया पर बताया कि बच्चा मार्च में जन्म लेगा। जिया ने जहाद के साथ एक फोटो भी शेयर की है। फोटो में जहाद प्रेग्नेंट नजर आ रहे हैं। देश में यह पहला ऐसा मामला है, पुरुष ट्रांसजेंडर एक बच्चे को जन्म देगा।
जिया पावल एक डांसर हैं। वह पुरुष थीं और महिला ट्रांसजेंडर बनीं। जहाद लड़की थे और वे पुरुष ट्रांसजेंडर बने। प्रेग्नेंट होने के लिए जहाद ने उस प्रोसेस को बंद कर दिया, जिसके जरिए वो महिला से पुरुष में तब्दील हो रहे थे। पूरी खबर पढ़ें...
गे वकील को हाईकोर्ट जज बनाने पर अड़ा SC कॉलेजियम:केंद्र ने जताई थी आपत्ति, दूसरे नाम पर विचार करने के लिए कहा था
सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने एक बार फिर समलैंगिंग वकील सौरभ कृपाल को दिल्ली हाईकोर्ट का जज बनाए जाने का समर्थन किया है। कॉलेजियम ने कहा कि जज के रूप में कृपाल की नियुक्ति का प्रस्ताव पांच साल से अधिक समय से लंबित है। अब इस प्रोसेस को जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए। पढ़ें पूरी खबर..
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.