- मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटे में पूर्व और मध्य अरब सागर में तूफान के अधिक गंभीर होने की आशंका
- नौकाओं की तलाश और उनकी समुद्र में सही स्थिति जानने के लिए डॉर्नियर विमान तैनात
Dainik Bhaskar
Oct 26, 2019, 06:46 PM ISTनई दिल्ली. अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान क्यार के शनिवार शाम तक गंभीर रूप लेने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, इसके प्रभाव से पश्चिमी तट से लगे इलाकों में भारी बारिश की आशंका है। मौसम वैज्ञानिकों ने तूफान की ताकत को देखते हुए कर्नाटक और गुजरात के तटीय इलाकों से मछुआरों को दूर रहने की चेतावनी दी है।
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिणी कर्नाटक के आंतरिक इलाकों और पूरे तटीय और उत्तरी कर्नाटक के कुछ हिस्सों में बारिश या गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है। विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान पूर्व और मध्य अरब सागर में तूफान के अधिक गंभीर होने की आशंका जताई है, इससे तूफान उत्तरी कर्नाटक तट पर अधिक सक्रिय हो जाएगा। अरब सागर में गहरे विक्षोभ के चलते चक्रवाती तूफान क्यार तेज हो गया।
शुक्रवार को यलो अलर्ट जारी किया गया था
इससे पहले मौसम विभाग ने शुक्रवार को यलो अलर्ट जारी किया था। उत्तरी और दक्षिणी गोवा के जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई गई थी। यलो अलर्ट तब जारी किया जाता है जब तूफान से तत्काल कोई खतरा नहीं नजर आता है। अरब सागर में उभरने वाले अधिकांश चक्रवातों की तरह, इसके अगले 24 घंटों में उत्तर-पश्चिम की ओर बहने और ओमान तट की ओर जाने की उम्मीद जताई गई है।
तटरक्षक बल ने मछुआरों का बचाव के प्रयास तेज किए
मौसम विभाग के मुताबिक, हवा की गति 40-50 किमी प्रति घंटे रहेगी। वहीं, तूफान के महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक के तट पर 60 किमी/घंटे की रफ्तार से पहुंचने की आशंका है। मछुआरों को समुद्र में न उतरने की चेतावनी दी गई है। भारतीय तटरक्षक बल ने बताया कि चक्रवात क्यार के मद्देनजर पश्चिमी तट पर खोज और बचाव अभियान के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। मछली पकड़ने वाली नौकाओं की तलाश और उनकी समुद्र में सही स्थिति जानने के लिए डॉर्नियर विमान को तैनात रखा गया है।