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मौसम में बदलाव से दुनिया में गर्मी बढ़ने की आशंका:ला नीना का दौर खत्म हो रहा, अफ्रीका में जागरूकता के लिए हीट ऑफिसर

नई दिल्ली3 महीने पहले
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पहाड़ों-ग्लेशियरों से बर्फ का पिघलने के कारण पृथ्वी की सौर विकिरण को वापस अंतरिक्ष में परावर्तित करने की क्षमता कम हो रही है। (फाइल फोटो) - Dainik Bhaskar
पहाड़ों-ग्लेशियरों से बर्फ का पिघलने के कारण पृथ्वी की सौर विकिरण को वापस अंतरिक्ष में परावर्तित करने की क्षमता कम हो रही है। (फाइल फोटो)

विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने वैश्विक तापमान में वृद्धि की चेतावनी दी है। साथ ही कहा कि ला नीना के बाद आगे गर्मी बढ़ाने वाला अल नीनो विकसित हो सकता है। यह बारिश के पैटर्न को भी प्रभावित कर सकता है। पर्यावरण के मुद्दों पर काम करने वाली डाउन टु अर्थ की रिपोर्ट में कहा गया है कि अल नीनो 3 साल के बेहद आसामान्य मौसम का चरण पूरा करने जा रहा है। इससे दुनिया का मौसम बेहद प्रभावित हो सकता है। अल नीनो की घटना के दौरान प्रशांत क्षेत्र में ज्यादा गर्मी थी।

पश्चिमी छोर के देश जिसमें अर्जेंटीना, ब्राजील आदि हैं, वह ठंडे रहे। पिछला साल 2022 ला नीना का लगातार तीसरा साल था, जो अत्यधिक असामान्य है। 1950 के बाद से केवल तीन बार हुआ है। ला नीना का प्रभाव विनाशकारी हो सकता है। इस बीच, अफ्रीका देश सियारा लियोन में यूजेनिया कारगबो को हीट ऑफिसर नियुक्त किया गया है। वह इस पद पर तैनात होने वाली अफ्रीका की भी पहली अफसर हैं।

प्रशांत क्षेत्र में मौसमी बदलाव दुनिया को प्रभावित करता है
जलवायु वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रशांत क्षेत्र में होने वाला मौसमी बदलाव दुनिया पर सीधा असर डालता है। इन कड़ियों को ‘टेलीकनेक्शन’ कहा जाता है। इसका पहला उदाहरण 1920 के दशक में भौतिक विज्ञानी गिल्बर्ट वॉकर ने दिया था। उन्होंने देखा कि ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी तट डार्विन में वायुमंडलीय दबाव में परिवर्तन और प्रशांत के मध्य में 8,000 किमी दूर ताहिती के माध्यम से जुड़े हुए थे।

टेलीकनेक्शन पैटर्न अब पूरी दुनिया में देखा जा रहा है। वैश्विक टेलीकनेक्शन पैटर्न को हम ढोल से समझ सकते हैं। हमारा वातावरण ढोल जैसा है। यदि ढोल के एक सिरे पर थाप दी जाती है, तो वह कंपन करता है। उसकी आवाज इस बात पर निर्भर करती है कि ढोल के तार कितने कसे हुए हैं। सबसे मजबूत टेलीकनेक्शन प्रशांत घाटी में हैं। ला नीना के चलते अमेरिका के उत्तर पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में अधिक सर्दी होती है।

हीट ऑफिसर गर्मी से लड़ने के उपाय बताएंगी, हर इंसान को अपडेट करेंगी

  • यूजेनिया हीट ऑफिसर के रूप में 5 एजेंडे पर काम करेंगी। इसके तहत शहरों और देश में हरियाली को बढ़ावा देना। अफ्रीकी शहरों की आबादी बेहद सघन है। ऐसे में वर्टिकल सिस्टम अपनाना होगा।
  • अत्यधिक गर्मी से तबीयत बिगड़ती हैं। ऐसे में लोगों को कम लागत में बचना सिखाना।
  • गर्मी से जुड़ी चेतावनी और प्रभाव को लेकर अपडेट करना।
  • ज्ञान और अनुभव साझा करना, ताकि लोग खुद को गर्मी के हिसाब से ढाल सकें।
  • पर्यावरण को लेकर विकसित देशों में अपनाए जा रहे उपायों की जानकारी देश के हर कोने और लोगों तक पहुंचाना।

"ला नीना" क्या होता है
ला नीना का मतलब स्पेनिश में लिटिल गर्ल होता है। इसमें समुद्र का पानी तेजी से ठंडा होता है। ला नीना से दुनिया भर के मौसम में असर पड़ता है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इससे आसमान में बादल छाते हैं और बारिश होती है। भारत में कम और ज्यादा बारिश, ठंडी और गर्मी ला नीना पर ही निर्भर करता है। भारत में "ला नीना" के वजह से ज्यादा ठंड और बारिश की संभावना होती है।