- एनडीए सरकार में 6 फरवरी तक 83% प्रोडक्टिविटी रही, यह यूपीए-1 में 87% और यूपीए-2 में 63% थी
- लोकसभा में इस कार्यकाल में 156 और राज्यसभा में 118 बिल पास हुए
- जीएसटी बिल पर सबसे ज्यादा दो सत्रों में 12 घंटे तक हुई चर्चा
नई दिल्ली. 16वीं लोकसभा का आखिरी बजट सत्र बुधवार को खत्म हो गया। हंगामे के चलते बुधवार को संसद के दोनों सदन अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गए। विभिन्न मुद्दों पर हंगामे के चलते एनडीए सरकार में लोकसभा की प्रोडक्टिविटी यूपीए-1 के कार्यकाल की तुलना में कम रही। हालांकि, यह 15वीं लोकसभा यानी यूपीए-2 के शासन से अधिक रही।
लोकसभा में 46 और राज्यसभा में 33 बिल अटके
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पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च के मुताबिक, मौजूदा लोकसभा की 6 फरवरी तक 83% प्रोडक्टिविटी रही। वहीं, इसकी तुलना में यूपीए-2 में यह सिर्फ 63% थी। हालांकि, यूपीए-1 में यह 87% रही थी।
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इस कार्यकाल में लोकसभा में 156 और राज्यसभा में 118 बिल पास हुए। संविधान का 122वां संसोधन (जीएसटी) बिल 2014 के पास होने से पहले दो सत्रों में 12 घंटे तक चर्चा हुई। यह एनडीए सरकार में किसी भी बिल पर सबसे ज्यादा चर्चा थी।
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विरोध के चलते लोकसभा में 46 और राज्यसभा में 33 बिल अटक गए। इस कार्यकाल में लोकसभा में 327 और राज्यसभा में 325 बैठकें हुईं। भूमि अधिग्रहण में मुआवजा और पारदर्शिता का अधिकार में करीब 10 घंटे चर्चा हुई।
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16वीं लोकसभा के फरवरी से अप्रैल 2018 के बीच चला 14वां सत्र सबसे ज्यादा बाधक रहा। इसमें करीब 127 घंटे और 45 मिनट खराब हुए। पहले सत्र में सिर्फ 16 मिनट बाधाकारी रहे।
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इन सांसदों की 100% उपस्थिति रही
उप्र के बांदा से भाजपा के सांसद भैरो प्रसाद मिश्रा, मुंबई नॉर्थ से भाजपा के सांसद गोपाल शेट्टी, ओडिशा के जगतसिंहपुर से बीजद के सांसद कुलमणि समल और हरियाणा के सोनीपद से भाजपा सांसद रमेश चंद्र कौशिक की 1 जून 2014 से 6 फरवरी 2019 तक 100% उपस्थिति रही।
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इन सांसदों ने पूछे सबसे ज्यादा सवाल
महाराष्ट्र के सांसदों ने सबसे ज्यादा सवाल पूछे, इनमें एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले और सांसद विजयसिंह मोहीते ने 1100 से ज्यादा सवाल पूछे। वहीं, शिवसेना के सांसदों- आनंद राव, गजानन चंद्रकांत, शिवाजी पाटिल और श्रीरंग अप्पा ने एक हजार से ज्यादा सवाल पूछे।
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संसद में राहुल गांधी
कांग्रेस अध्यक्ष गांधी की संसद में 52% उपस्थिति रही। उन्होंने 14 चर्चाओं में भाग लिया, लेकिन कोई सवाल नहीं पूछा। न ही वे संसद में कोई प्राइवेट मेंबर बिल लेकर आए।
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ये सांसद सबसे ज्यादा प्राइवेट मेंबर बिल लाए
झारखंड से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने 48 प्राइवेट मेंबर बिल पेश किए। शेट्टी जिनकी 100% उपस्थिति रही, वे 32 प्राइवेट मेंबर बिल लेकर आए।