देश के 9 राज्य मानसून का इंतजार कर रहे हैं। इसमें जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, लद्दाख, पंजाब ऐसे राज्य हैं, जहां मानसून नहीं पहुंचा है। वहीं हरियाणा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में जल्द मानसून की एंट्री होने वाली है। एक्सपर्ट्स की मानें तो इस अवधि में सभी राज्यों में इसकी एंट्री हो जाती थी। देश में मानसून की स्थिति....
केरल में मानसूनी बारिश 60% कम
मानसून भी मनमौजी है। जहां समय से पहले पहुंचा, वहां कई जगह काफी कम बारिश हुई है। जहां अभी पहुंचा ही नहीं, वहां सामान्य से ज्यादा बारिश हो चुकी है। जैसे केरल में मानसून समय से पहले पहुंच गया, लेकिन बारिश अब तक औसत से 60% कम हुई है। उधर, जम्मू-कश्मीर में मानसून पहुंचा ही नहीं है, पर वहां बारिश 119% ज्यादा हो चुकी है। उधर, तेलंगाना और तमिलनाडु में सामान्य से ज्यादा बारिश हो रही है।
UP में मानसून की एंट्री पर बारिश कम
राजस्थान के पश्चिमी जिलों में 23 जून तक औसतन 26.1 मिमी बारिश होती है, जबकि 46 मिमी हो चुकी है। यानी सामान्य से 76% ज्यादा। UP की बात करें तो यहां मानसून प्रवेश कर चुका है, लेकिन बारिश अभी भी 85% कम है। मानसून MP का 90% एरिया कवर कर चुका है।
मानसून की 30 जून तक सभी राज्यों में एंट्री
देश में 1 जून से 23 जून तक औसतन 113 मिमी बारिश होती है। 112 मिमी हो चुकी है, यानी देशभर में 23 जून तक औसत बारिश का 100% कोटा पूरा हो चुका है। मानसून जिस गति से आगे बढ़ रहा है, उसे देखते हुए एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह 30 जून तक सभी राज्यों में एंट्री कर लेगा।
बांधों में तेजी से बढ़ रहा पानी
मानसून बेशक धीमी रफ्तार से आगे बढ़ रहा है, लेकिन मूसलाधार बारिश की वजह से बांधों का भरना तेजी से शुरू हो गया है। देश के 143 प्रमुख बांधों में पानी का स्तर 23 जून तक सामान्य से 25% अधिक हो चुका था। दक्षिण भारत के लगभग सभी बांधों में सामान्य से 60% तक ज्यादा पानी भर चुका है। ऐसा ही रहा तो इस बार बांधों में पानी के स्तर के दशकों के रिकॉर्ड टूट सकते हैं। हालांकि, अभी उत्तरी राज्यों में जलाशय निचले स्तर पर हैं।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.