खुफिया एजेंसियों के सूत्रों ने दैनिक भास्कर को पुख्ता जानकारी दी है कि जम्मू में गुरुवार सुबह हुए एनकाउंटर में मारे गए चारों आतंकी जैश के हैं और पाकिस्तानी हैं। वे डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट काउंसिल (DDC) के चुनाव के दौरान बड़े हमले करने की फिराक में थे। इसकी साजिश पाकिस्तान में बैठे जैश सरगना मसूद अजहर के भाई रऊफ लाला ने रची थी। चारों ने मंगलवार-बुधवार की रात भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ की थी।
हाल ही में हीरानगर सेक्टर के पार दिखा था रऊफ
सूत्रों के अनुसार, ‘रऊफ कुछ दिनों से जम्मू के सांबा और हीरानगर सेक्टर के उस पार पाकिस्तान के शक्करगढ़ इलाके में देखा गया था। वह इसी साल 31 जनवरी को ऐसे ही घुसपैठ कराने और मुठभेड़ के पीछे का मास्टरमाइंड था। तब भी सुरक्षाबलों ने आतंकियों को बन टोल प्लाजा के पास घेरकर मार गिराया था।’
पुलिस पहले से तैयार थी
खुफिया एजेंसियों ने आतंकियों के दाखिल होने की जानकारी बुधवार को ही सुरक्षा एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस से साझा कर ली थी। ऐसे में पुलिस की टीम तैयार थी। जम्मू के आईजी मुकेश सिंह की अगुआई में एसएसपी श्रीधर पाटिल और एसपी नरेश सिंह ने पूरे एनकाउंटर को खुद अंजाम दिया।
सूत्रों के अनुसार रऊफ बीते कुछ दिनों से शक्करगढ़ लॉन्चिंग पेड में मौजूद फिदायीन आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश कर रहा था। यह भी बताया गया है कि घुसपैठिए चार और दो के ग्रुप में थे। हालांकि, इस बारे में सुरक्षा एजेंसियां जांच कर रही हैं।
11 एके 47 राइफलें, 29 हैंड ग्रेनेड बरामद
इन आतंकियों के पास से 11 एके 47 राइफलें, 29 हैंड ग्रेनेड और तीन पिस्टल बरामद हुई हैं। इसके अलावा कई और सामान भी मिला है।
पहली बार हो रहे हैं DDC के चुनाव
जम्मू-कश्मीर में पहली बार DDC के चुनाव होने वाले हैं। वोटिंग 28 नवंबर से 19 दिसंबर तक आठ फेज में होगी। 22 दिसंबर को नतीजों का ऐलान किया जाएगा।
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