पाकिस्तानी सरकार फिलहाल चौतरफा परेशानियों से घिरी है, इसके बावजूद पड़ोसी देशों में आतंक फैलाने से बाज नहीं आ रही। दिल्ली पुलिस की खुफिया रिपोर्ट ने एक बार से फिर से इस बात को सही साबित किया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि 14 जनवरी को दिल्ली में गाजीपुर फूल मंडी से बरामद IED को पाकिस्तान में तैयार किया गया था। इसे जमीन के जरिए या फिर समुद्री रास्ते से भारत भेजा गया।
रिपोर्ट के मुताबिक- IED में अमोनियम नाइट्रेट, RDX, नौ वोल्ट की एक बैटरी और लोहे के छोटे-छोटे टुकड़े थे। सुरक्षा बलों ने करीब 3 किलो विस्फोटक नष्ट कर दिया और बाकी को जांच के लिए हरियाणा के मानेसर में नेशनल बॉम्ब डेटा सेंटर भेज दिया। विस्फोटक को भारत लाने जिम्मेदारी अफगानिस्तान के ड्रग्स तस्करों को सौंपी गई थी।
सर्किट में गड़बड़ी की वजह से साजिश नाकाम
रिमोर्ट से कंट्रोल होने वाले इस IED में विस्फोट के लिए 1 घंटे 8 मिनट का टाइमर सेट किया गया था, लेकिन सर्किट में गड़बड़ी की वजह यह फटा नहीं। इस साजिश का मकसद देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाना है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर और पंजाब से भी इसी तरह के विस्फोटक बरामद किए गए थे।
गणतंत्र दिवस समारोह से पहले राजधानी हाई अलर्ट पर
सिक्योरिटी ऐजेंसी के सीनियर अफसर ने बताया- ड्रग्स के पैसों के जरिए भारत में लगातार IED की खेप भेजी जा रही है। इनका असली मकसद देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाना है। पाकिस्तानी आतंकी उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली जैसे राज्यों में बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं।
26 जनवरी को होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह से पहले राजधानी में विस्फोटक मिलने के बाद देश का सिक्योरिटी सिस्टम हाई अलर्ट है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम लगातार इस मामले की जांच कर रही है।
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