विपक्ष की नारेबाजी के बाद राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार को लगातार 7वें दिन स्थगित कर दी गई। दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 2 बजे दोबारा शुरू हुई थी। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे ही बोलने के लिए खड़े हुए सत्ता पक्ष के सांसदों ने राहुल गांधी की माफी की मांग करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी।
इसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने 23 मार्च तक के लिए राज्यसभा को स्थगित कर दिया। इसके पहले जगदीप धनखड़ ने अपने चेम्बर में सदन के कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई थी। जिसमें बीजेपी, वाईएसआरसीपी और टीडीपी को छोड़कर अन्य राजनीतिक दलों के नेता नहीं आए।
इधर, लोकसभा की कार्यवाही भी 25 मिनट तक चली, लेकिन विपक्ष की नारेबाजी के बीच 23 मार्च सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने भी दोपहर 1 बजे अपने चेम्बर में ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई थी।
सुबह कार्यवाही रुकने बाद विपक्ष ने किया प्रदर्शन
कार्यवाही स्थगित होने के बाद सभी विपक्षी दलों ने संसद की पहली मंजिल पर प्रदर्शन किया। सभी सांसदों के हाथ में बैनर-पोस्टर था। वे अडाणी-हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर संसद की जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे थे। इधर, ममता बनर्जी की पार्टी TMC के सांसदों ने कांग्रेस से अलग प्रदर्शन किया। वे अडाणी मुद्दे पर PM से चुप्पी तोड़ने की मांग कर रहे थे।
अब तक के बड़े अपडेट्स...
खड़गे बोले- राहुल गांधी माफी नहीं मांगेंगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को एक बार फिर दोहराया कि लंदन के केंब्रिज यूनिवर्सिटी में दिए बयान पर राहुल गांधी संसद में माफी नहीं मांगेंगे। उन्होंने कहा, 'हम अडाणी मामले पर JPC से जांच की मांग बार-बार करेंगे जब तक हमें कोई जवाब नहीं मिलता। यह सिर्फ मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए है। हमारे दूतावासों पर हमले हो रहे हैं लेकिन सरकार इन हमलों की निंदा करने के लिए कुछ भी नहीं कह रहे और अब 'देशभक्ति' की बात कर रहे हैं।'
राहुल ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखी चिट्ठी
अगर लोकसभा की कार्यवाही होती है तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज लोकसभा में लंदन में दिए भाषण पर सफाई दे सकते हैं। उन्होंने सोमवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखा और सदन में बोलने की अनुमति मांगी है। उन्होंने अपील की है कि उन्हें ब्रिटेन में दिए गए बयान को लेकर सदन में अपनी बात रखने का मौका दिया जाए।
इससे पहले राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भी कहा था कि वह सदन में बोलना चाहते हैं। भाजपा उनसे लगातार माफी की मांग कर रही है। राहुल पिछले हफ्ते भी पार्लियामेंट की विदेशी मामलों की कंसल्टेटिव कमेटी के सामने कह चुके हैं कि उन्होंने भारत का अपमान नहीं किया है।
लोकसभा और राज्यसभा में नहीं हो सकी कार्यवाही
राहुल गांधी के लंदन में दिए बयान और अडाणी मामले पर विपक्ष की JPC की मांग को लेकर दोनों सदनों में हंगामा होता रहा। जिसके कारण 13 मार्च के बाद से कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। केंद्र सरकार के सीनियर मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि राहुल को माफी मांग लेना चाहिए ताकि पार्लियामेंट की कार्यवाही सुचारु रूप से चल सके।
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PM मोदी बोले- कुछ लोग देश को नीचा दिखा रहे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को एक कार्यक्रम में कहा कि जब देश संकल्प से भरा है ऐसे में कुछ लोग देश को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। भारत का मनोबल तोड़ने की बातें भी होती रहती हैं। PM ने चुटकी लेते हुए कहा कि जब कहीं पर भी शुभ होता है तो काला टीका लगाते हैं। आज इतना शुभ हो रहा है कि कुछ लोगों ने काला टीका लगाने का जिम्मा लिया है। पढ़ें पूरी खबर...
BJP बोली- राहुल को संसद से निकालने का वक्त आया
‘राहुल गांधी ने यूरोप और अमेरिका में अपनी बयानों से लगातार संसद और देश की गरिमा को धूमिल किया है। इसलिए उन्हें संसद से निष्कासित करने का समय आ गया है। उनकी लोकसभा सदस्यता को खत्म किया जाना चाहिए।’ ये बयान BJP सांसद निशिकांत दुबे का है। पूरी खबर पढ़िए...
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