पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार कई दिन की बढ़ोतरी से त्रस्त जनता को केंद्र सरकार ने बुधवार को अचानक दिवाली गिफ्ट दे दिया। दिवाली से एक दिन पहले सरकार ने पेट्रोल पर 5 रुपए और डीजल पर 10 रुपए एक्साइज ड्यूटी कम करने का ऐलान किया।
केंद्र की ओर से कीमतों में कमी के बाद नई कीमतें आज से लागू हो गई हैं। इस कटौती के बाद केंद्र को बचे हुए वित्त वर्ष में करीब 43 हजार करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान होगा। हालांकि, राज्यों की वैट कटौती अभी नजर नहीं आ रही है। यह कब से लागू होगी स्पष्ट नहीं है।
भाजपा शासित 12 समेत 15 राज्यों ने वैट घटाए
केंद्र सरकार की घोषणा के बाद 16 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने भी पेट्रोल और डीजल पर वैट में कटौती की घोषणा की है। इनमें से 12 भाजपा शासित राज्य हैं। भाजपा शासित राज्यों में असम, त्रिपुरा, मणिपुर, कर्नाटक, गोवा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड ने अतिरिक्त कटौती की घोषणा की है।
इसके अलावा बिहार, ओडिशा और सिक्किम ने भी वैट पर कटौती की है। गुरुवार शाम को जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने भी डीजल और पेट्रोल की कीमतों में 7-7 रुपए घटाए जाने की जानकारी दी।
किस राज्य ने कितना वैट कम किया
मध्यप्रदेश: पेट्रोल 11.97 और डीजल 16.95 रुपए सस्ता होगा
केंद्र सरकार के फैसले के बाद मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने भी पेट्रोल-डीजल पर 4-4% वैट घटाया है। केंद्र के एक्साइज और प्रदेश सरकार के वैट घटाने के बाद पेट्रोल 11.97 और डीजल 16.95 रुपए प्रति लीटर सस्ता हो जाएगा।
केंद्र द्वारा एक्साइज ड्यूटी कम करने से पहले भोपाल में पेट्रोल के दाम 118.83 और डीजल 107.90 रुपए प्रति लीटर था। केंद्र से राहत मिलने के बाद भोपाल में पेट्रोल के रेट 112.56 और डीजल के रेट 95.40 रुपए प्रति लीटर हो गए। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा घटाई गई कीमतें 4-5 नवंबर की रात 12 बजे से लागू हो जाएंगी। यानी 5 नवंबर की रात से ही लोगों को एक लीटर पेट्रोल 106.86 रुपए और डीजल 90.95 रुपए प्रति लीटर पर मिलने लगेगा। पूरी खबर यहां पढ़ें...
हरियाणा में पेट्रोल और डीजल 12 रु. सस्ता
केन्द्र सरकार की घोषणा के बाद हरियाणा सरकार ने भी दीपावली पर पेट्रोल-डीजल से वैट कम कर दिया है। हरियाणा में पेट्रोल और डीजल 12 रुपए सस्ता हो गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। हालांकि, वैट की दरें कितनी कम की गई हैं, इसको लेकर कुछ स्पष्ट नहीं किया गया है। अनुमान के मुताबिक हरियाणा सरकार ने पेट्रोल में 5 रु. 62 पैसे और डीजल में 24 पैसे की राहत दी है। पूरी खबर यहां पढ़ें...
बिहार: पेट्रोल में 8.20 रु. और डीजल में 13.90 रु. कम हुए
केंद्र सरकार के राहत देने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगने वाले वैट में कमी की है। केंद्र सरकार के 5 और 10 रुपए की कटौती के बाद राज्य में डीजल की कीमतों में 3.90 रुपए और पेट्रोल की कीमत में 3.20 रुपए की कमी की गई है। इस तरह से राज्य में पेट्रोल की कीमत में 8.20 रुपए और डीजल की कीमत में 13.90 रुपए की कमी हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्विटर पर इसका ऐलान किया है। पूरी खबर यहां पढ़ें...
उत्तर प्रदेश: पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 12 रुपए की कटौती
केंद्र सरकार के एक्साइज ड्यूटी घटाए जाने की घोषणा के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी वैट घटाने का ऐलान किया। राज्य में पेट्रोल और डीजल पर क्रमश: 7 और 2 रुपए की कमी की गई है। यानी केंद्र और राज्य सरकार के राहत देने के बाद यहां पेट्रोल और डीजल में 12-12 रुपए की कमी होगी। पूरी खबर यहां पढ़ें...
बाकी राज्यों में ये रही स्थिति..पूरी
कीमतों में बेस प्राइस इफेक्ट, सबसे ज्यादा राजस्थान और महाराष्ट्र में
बेस प्राइस के चलते दिल्ली में पेट्रोल में 6.07 रुपए प्रति लीटर और डीजल में 11.75 रुपए प्रति लीटर की कमी आई है। बेस प्राइस इफेक्ट का सबसे बड़ा असर राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में होगा। यहां सबसे ज्यादा वैट वसूला जाता है। इससे इन राज्यों में वैट कटौती नहीं होने पर भी पेट्रोल पंपों पर डीजल और पेट्रोल के दाम में कटौती होगी।
पिछले साल पेट्रोल पर 65% व डीजल पर 79% बढ़ा एक्साइज
केंद्र सरकार ने पिछले साल कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन से अपनी कमाई घटने पर इसकी पूर्ति पेट्रोल-डीजल से करने की कोशिश की थी। इसके लिए दुनिया में पेट्रोल-डीजल बेहद सस्ता होने के बावजूद मार्च से मई-2020 के बीच केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 13 रुपए और डीजल पर 16 रुपए एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई थी।
इससे पेट्रोल पर एक्साइज करीब 65% बढ़कर 19.98 रुपए से 32.98 रुपए हो गया था, जबकि डीजल करीब 79% बढ़कर 15.83 रुपए से 28.35 रुपए प्रति लीटर हो गया था। इसकी बदौलत केंद्र सरकार ने इस साल अप्रैल से सितंबर तक पेट्रोल-डीजल की एक्साइज ड्यूटी से 1.71 लाख करोड़ रुपए कमाए, जो कोविडकाल से पहले इन्हीं महीनों की कमाई से 70% ज्यादा है।
सरकार को हर महीने 8,700 करोड़ का नुकसान
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल अप्रैल से अक्टूबर तक पेट्रोल-डीजल की खपत के डेटा के आधार पर अनुमान है कि केंद्र सरकार को एक्साइज कटौती से हर महीने 8,700 करोड़ रुपए का नुकसान होगा। इंडस्ट्री सोर्स के मुताबिक, इस फाइनेंशियल ईयर के बाकी महीनों में यह नुकसान करीब 43,500 करोड़ रुपए का बैठेगा।
28 दिन में 8.85 रुपए महंगा हुआ था पेट्रोल
बीते सितंबर महीने की 28 तारीख को पेट्रोल जहां 20 पैसे महंगा हुआ था, वहीं डीजल भी 25 पैसे प्रति लीटर महंगा हुआ था। दरअसल, सितंबर के अंतिम दिनों से जो पेट्रोल की कीमत में बढ़ोतरी शुरू हुई, वह मंगलवार तक जारी रही। पेट्रोल की कीमतों में देखें तो 28 दिनों में ही यह 8.85 रुपए प्रति लीटर महंगा हो चुका है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी से देश में पेट्रोल-डीजल की कीमत रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचीं।
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