नेशनल हेराल्ड केस में सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राहुल गांधी से करीब 9 घंटे पूछताछ की। राहुल ने देर रात तक हो रही पूछताछ के दौरान ED के अफसर से कहा कि क्या रात को यही रोकने का इरादा है। यदि हां तो मैं रात का डिनर के बाद आऊं।
सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसी ने उन्हें पूछताछ के लिए मंगलवार को दोबारा बुलाया है। पूछताछ के दौरान एजेंसी उनके जवाब से संतुष्ट नहीं दिखी। उनसे कुछ पेपर्स भी मांगे गए हैं। राहुल कई बार एजेंसी के सवाल का जवाब देने से बचते नजर आए। इसके बाद उन्हें मंगलवार को दोबारा बुलाया गया है।
इससे पहले सोमवार सुबह ED ने राहुल से करीब 3 घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद दोपहर करीब तीन बजे लंच ब्रेक हुआ। ED ने उन्हें लंच के लिए पूछा लेकिन राहुल ने मना कर दिया। इसके बाद वे प्रियंका गांधी के साथ सीधे सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे। करीब 40 मिनट बाद राहुल वापस ED के दफ्तर लौटे। इसके बाद उनसे दोबारा पूछताछ शुरू हुई।
इधर, पार्टी प्रवक्ता और सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि पूर्व गृह मंत्री, पी.चिदंबरम के साथ पुलिस की धक्कामुक्की हुई, चश्मा जमीन पर फेंका, उनकी बायीं पसलियों में हेयरलाइन फ्रैक्चर है। सांसद प्रमोद तिवारी को सड़क पर फेंका गया। सिर में चोट और पसली में फ्रैक्चर है। क्या यह प्रजातंत्र है?
ये राहुल गांधी है, झुकेगा नहीं
इससे पहले राहुल सुबह पूरे दमखम के साथ ED दफ्तर आए। ED के अफसरों ने उनसे 50 से ज्यादा सवाल किए। इससे पहले कांग्रेस ने इस कार्रवाई का जमकर विरोध किया। सुबह से पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली मे जगह-जगह राहुल के पोस्टर लगा दिए थे। जिस पर लिखा था- ये राहुल गांधी है, झुकेगा नहीं। देश के अन्य हिस्सों में पार्टी कार्यकर्ताओं ने धरना देकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने अपने सभी नेताओं को शाम 5.30 बजे पार्टी दफ्तर बुलाया।
हिरासत में लिए गए नेताओं से मिलने पहुंचीं प्रियंका
पुलिस ने राहुल गांधी के साथ ED ऑफिस जा रहे नेताओं को हिरासत में ले लिया। इनमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला समेत कई नेता शामिल हैं। प्रियंका गांधी ने तुगलक रोड पुलिस स्टेशन पहुंचकर इन नेताओं से मुलाकात की।
राहुल को घर से ED ऑफिस पहुंचने में 45 मिनट लगे
कांग्रेस मुख्यालय से ED ऑफिस तक का रास्ता सील
कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय से ED ऑफिस तक का रास्ता सील कर दिया था। ED दफ्तर के पास थ्री-लेयर सुरक्षा घेरा है। पहले घेरे के पास ही पुलिस ने कांग्रेस का मार्च रोक लिया था। यहां कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोंक भी हुई। इससे पहले सोमवार सुबह राहुल गांधी से जांच के विरोध में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय से हिरासत में ले लिया था।
नेताओं के बयान-
असिस्टेंट डायरेक्टर लेवल के अफसरों ने की पूछताछ
ED सूत्रों की मानें तो आज राहुल से असिस्टेंट डायरेक्टर लेवल के अधिकारियों ने पूछताछ की। पूछताछ सामान्य तरीके से हुई, जैसे बाकी आने वाले लोगों से की जाती है। जांच के दौरान राहुल गांधी अपना मोबाइल फोन यूज नहीं कर पाए।
राहुल के लिए ED के सवालों की लंबी सूची
ED ने राहुल गांधी से पूछताछ के लिए सवालों की लंबी सूची तैयार की। ED के अफसरों ने जो सवाल पूछे, वे सभी नेशनल हेराल्ड और यंग इंडिया कंपनी से जुड़े हैं। राहुल गांधी यंग इंडिया कंपनी में अपनी मां सोनिया गांधी के साथ 38-38% के हिस्सेदार है। बाकी हिस्सेदारी कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नाडिस के पास है। इन दोनों नेताओं का देहांत हो चुका है।
ED ने सोनिया को भी बुलाया
ईडी ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को 23 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है। इससे पहले 8 जून को पूछताछ के लिए समन किया था, लेकिन 1 जून को वे कोरोना पॉजटिव हो गई थीं। इसी वजह से वे पेश नहीं हो पाईं। वहीं, रविवार को कोरोना के चलते सोनिया की तबीयत बिगड़ गई। दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
कांग्रेस विधायक लखनऊ में हाउस अरेस्ट
लखनऊ में कांग्रेस के सत्याग्रह से पहले लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना को हाउस अरेस्ट कर लिया है। बड़ी संख्या में उनके घर के बाहर पुलिस की तैनाती की गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी और पूर्व MLC हुस्ना सिद्दीकी को पुलिस ने हाउस अरेस्ट किया है। पूरी खबर पढ़ें
केस को ऐसे समझिए
1938 में कांग्रेस पार्टी ने एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (AJL) बनाई थी। इसी के तहत नेशनल हेराल्ड अखबार निकाला जाता था। 26 फरवरी 2011 को AJL पर 90 करोड़ से ज्यादा का कर्ज था और इसी को खत्म करने के लिए एक और कंपनी बनाई गई। जिसका नाम था यंग इंडिया लिमिटेड। इसमें राहुल और सोनिया की हिस्सेदारी 38-38% थी।
यंग इंडिया को AJL के 9 करोड़ शेयर दिए गए। कहा गया कि इसके एवज में यंग इंडिया AJL की देनदारियां चुकाएगी, लेकिन शेयर की हिस्सेदारी ज्यादा होने की वजह से यंग इंडिया को मालिकाना हक मिला। AJL की देनदारियां चुकाने के लिए कांग्रेस ने जो 90 करोड़ का लोन दिया था, वह भी बाद में माफ कर दिया गया।
55 करोड़ की हेराफेरी का है आरोप
2012 में सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया और राहुल के खिलाफ कोर्ट में केस दर्ज कराया था। इसमें स्वामी ने गांधी परिवार पर 55 करोड़ की गड़बड़ी का आरोप लगाया था। हालांकि, इस केस में ED की एंट्री साल 2015 में हुई।
केस में अब तक क्या-क्या हुआ
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