शिवसेना सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को कानूनी नोटिस भेजा है। राउत ने राणे पर मानहानि का आरोप लगाया है। राउत ने कहा कि 15 जनवरी को भांडुप में एक कार्यक्रम के दौरान राणे ने उनके खिलाफ अपमानजनक, दुर्भावनापूर्ण और झूठी बातें कही हैं।
राउत ने सोशल मीडिया में लिखा- भाजपा नेता उन पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। उन्हें अपना आरोप साबित करना चाहिए या फिर माफी मांगनी चाहिए। मैंने अपने वकील के जरिए कानूनी कार्रवाई को लेकर उन्हें नोटिस जारी किया है।
राणे ने राउत को लेकर क्या कहा था?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राउत का आरोप है भाजपा नेता ने 15 जनवरी को एक कार्यक्रम में कहा था- 2004 में बालासाहेब ठाकरे के आग्रह करने पर उन्होंने राउत को राज्यसभा का सांसद बनाया। राणे ने कहा कि संजय राउत का नाम उस समय वोटर्स लिस्ट में दर्ज ही नहीं था।
राउत बोले- राणे BJP के साथ मिलकर झूठ बोल रहे
राउत ने कहा कि मेरा नाम मतदाता सूची में नहीं था, यह नारायण राणे अब साबित करें। राज्यसभा में मुझे चुने जाने के लिए वे कह रहे हैं कि उन्होंने पैसे खर्च किए। मतलब क्या किया? इस तरह से पैसे खर्च करना तो एंटी करप्शन के दायरे में आता है। भाजपा के साथ मिलकर राणे झूठ बोल रहे हैं। उन्हें अब कोर्ट में जवाब देना होगा।
राउत ने कहा कि उन्हें सांसद शिवसेना प्रमुख ने बनाया है। नारायण राणे को भी CM बालासाहेब ने ही बनाया। नारायण राणे को अपने झूठे बयान के लिए माफी मांगनी होगी। शिवसेना के सभी नेता उन पर केस दर्ज करने वाले हैं।
शिवसेना और कांग्रेस के नेता रह चुके हैं राणे
नारायण राणे जुलाई 2005 तक शिवसेना में थे। इसके बाद वे कांग्रेस में शामिल हो गए। राणे और शिवसेना के बीच अलगाव परिवारवाद कि वजह से आया था। 18 साल पहले राणे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे। करीब नौ महीने तक CM पद पर काबिज रहने के बाद राणे और बाल ठाकरे के बेटे उद्धव के बीच खींचतान होने लगी।
राणे को शिवसेना का रिमोट कंट्रोल से चलने वाला सीएम कहा जाता था। क्योंकि असली बागड़ोर उस वक्त उद्धव संभालने लगे थे। इसके बाद भाजपा-शिवसेना गठबंधन चुनाव हार गया और राणे विपक्ष के नेता बन गए। फिर 2005 में राणे को पार्टी से बाल ठाकरे ने यह कहते हुए निकाल दिया था कि नेता हटाने और चुनने का अधिकार शिवसेना में मुझे ही है।
शिवसेना से निकाले जाने के बाद राणे ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था और मंत्री भी बन गए थे। 2018 में उन्होंने कांग्रेस से किनारा कर अपनी पार्टी बनाई। 2018 में उन्होंने भाजपा को समर्थन देने की घोषणा की और उन्हें राज्यसभा भेज दिया गया। 2019 में उन्होंने अपनी पार्टी का भाजपा में विलय कर दिया। राणे फिलहाल केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं।
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जैसे चीन देश में घुसा, वैसे हम कर्नाटक में घुसेंगे
महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद के बढ़ते तनाव के बीच शिवसेना सांसद संजय राउत का बयान सामने आया था। संजय राउत ने कहा था कि जैसे चीन हमारे देश में घुसा, वैसे ही हम कर्नाटक में घुसेंगे। इस मुद्दे पर किसी की परमिशन की जरूरत नहीं है।
हम इसे चर्चा के जरिए सुलझाना चाहते हैं, लेकिन कर्नाटक के मुख्यमंत्री आग लगा रहे हैं। महाराष्ट्र में भी कमजोर सरकार है और कोई स्टैंड नहीं ले रही है। पूरी खबर यहां पढ़ें...
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