महाराष्ट्र में 10 दिन तक चले सियासी ड्रामे के बाद गुरुवार को भाजपा के समर्थन से शिवसेना के एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने। वहीं भाजपा के देवेंद्र फडणवीस को डिप्टी CM बनाया गया। इधर, खुद मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बड़ा एक्शन लेते हुए एकनाथ शिंदे को पार्टी के नेता पद से ही हटा दिया है।
शिंदे को पार्टी के नेता पद से हटाने के लिए उद्धव ठाकरे की ओर से पत्र जारी किया गया है। ठाकरे ने उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने और पार्टी तोड़ने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। यह चिट्ठी पार्टी की अनुशासन समिति और राष्ट्रीय कार्यकारिणी को भी भेजी गई है।
बता दें कि बालासाहेब ठाकरे ने शिवसेना में रहते हुए शिवसेना प्रमुख के पद के बाद 'शिवसेना नेता' पद का सृजन किया था। पार्टी में सबसे बड़ा पद शिवसेना प्रमुख का होता है। 'शिवसेना नेता' पार्टी की नीति निर्धारण में भाग लेते हैं।
उद्धव ठाकरे को याद आए अमित शाह
इधर, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक बार फिर अमित शाह की याद आई है। उद्धव ने शुक्रवार को कहा कि अगर शाह ने 3 साल पहले किया अपना वादा निभाया होता तो आज महाराष्ट्र में भाजपा का CM होता। उद्धव ठाकरे ने कहा, जो कल हुआ, 2019 में गठबंधन के दौरान मैंने अमित शाह से यही कहा था कि 2.5 साल शिवसेना का मुख्यमंत्री हो और वही हुआ।
अगर वे बात मान लेते तो महाविकास अघाड़ी का गठन ही नहीं होता और अब 2.5 साल बाद महाराष्ट्र में बीजेपी का सीएम होता। इधर, मनसे प्रमुख और उद्धव के चचेरे भाई राज ठाकरे ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के नाम एक पत्र लिखकर तंज कसा है .... उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद थी कि आप सीएम बनेंगे..।
फडणवीस ने जश्न में आने से इनकार किया
फडणवीस की कथित नाराजगी की चर्चा को और अधिक बल तब मिला, जब उन्होंने शुक्रवार को भाजपा कार्यालय में होने वाले जश्न का बायकॉट कर दिया। इससे पहले, राज्यसभा और MLC के चुनाव परिणाम के बाद फडणवीस जश्न मनाने कार्यालय पहुंचे थे। उद्धव सरकार गिरने के बाद भी फडणवीस की मिठाई खाते तस्वीर सामने आई थी।
हालांकि चर्चा ये भी है कि जश्न का आयोजन करने वाले मुंबई भाजपा अध्यक्ष विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा फडणवीस विरोधी गुट के है। देवेंद्र मुंबई भाजपा अध्यक्ष पद से लोढ़ा को हटाकर अपने पसंदीदा सांसद मनोज कोटक को अध्यक्ष बनाना चाहते हैं।
गोवा पहुंचे शिंदे, विधायकों के डांस पर जताई नाराजगी
महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शुक्रवार को गोवा पहुंचे और अपने समर्थक विधायकों से मुलाकात की। उन्होंने उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद गोवा के होटल में ठहरे बागी विधायकों के डांस पर नाराजगी जताई है। होटल से निकलकर शिंदे ने कहा कि वे शनिवार को विधायकों के साथ मुंबई में बैठक करेंगे। यानी सभी विधायक शनिवार को मुंबई पहुंचेंगे और मीटिंग में शामिल होंगे। नई सरकार ने 3 और 4 जुलाई को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। शिंदे सरकार इस दौरान अपना बहुमत साबित करेगी। इसके बाद हो सकता है कि नए मंत्रिमंडल पर भी चर्चा होगी।
शिंदे के विश्वास मत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे उद्धव
इससे पहले, शुक्रवार को शिंदे सरकार के विश्वास मत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना की याचिका पर सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि यह मामला हम 11 जुलाई को ही सुनेंगे। कोर्ट की टिप्पणी के बाद वकील कपिल सिब्बल भड़क गए और कहा- डेमोक्रेसी का डांस नहीं चल रहा, जिस पर कोर्ट ने कहा कि हम आंख खोलकर बैठे हुए हैं।
शिंदे ने पलटा उद्धव सरकार का फैसला
इधर, एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनते ही आरे कॉलोनी को लेकर उद्धव सरकार का फैसला पलट दिया है। नए मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण के तुंरत बाद राज्य सरकार ने सॉलिसिटर जनरल को निर्देश दिया है कि मेट्रो कार शेड मुंबई की आरे कॉलोनी में ही बनाया जाए।
आज तक के तीन बड़े अपडेट्स...
शिंदे और फडणवीस का अंक 'चार' से खास रिश्ता
एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बनाए गए हैं, तो पूर्व CM देवेंद्र फडणवीस को डिप्टी CM का पद सौंपा गया है। CM और डिप्टी CM दोनों पदों पर बैठे लोगों का अंक 'चार' से रिश्ता बन रहा है।
दरअसल, शिंदे राज्य के चौथे ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो सतारा जिले से आते हैं। वहीं, फडणवीस भी प्रदेश के चौथे ऐसे पूर्व मुख्यमंत्री हैं, जिन्हें किसी सरकार में CM से छोटा पद दिया गया है।
शिंदे से पहले तीन सतारा वासी बन चुके हैं मुख्यमंत्री
भले ही मुंबई के ठाणे को शिंदे का सियासी इलाका कहा जाता हो, लेकिन वे असल में सतारा शहर से 60 किमी दूर दारे ताम्ब गांव के हैं। उनसे पहले सतारा से आने वाले प्रदेश के तीन मुख्यमंत्री हैं- यशवंतराव चव्हाण (प्रदेश के पहले CM), बाबासाहेब भोसले और पृथ्वीराज चव्हाण।
इस बात का जिक्र NCP प्रमुख शरद पवार ने एकनाथ शिंदे को बधाई देते हुए एक ट्वीट में किया। उन्होंने लिखा- दिवंगत यशवंतराव चव्हाण, श्री बाबासाहेब भोसले और श्री पृथ्वीराज चव्हाण के बाद एक और सतारा वासी ने मुख्यमंत्री का पद संभाला है।
फडणवीस बने डिप्टी CM, जूनियर पद पाने वाले चौथे पूर्व CM
30 जून की शाम को देवेंद्र फडणवीस ने चौंकाने वाली घोषणा करते हुए बताया कि एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद सौंपा जाएगा। वे खुद बाहर से सरकार को समर्थन देंगे। इसके कुछ देर बाद ही भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने बताया कि फडणवीस को सरकार का हिस्सा बनाया जाएगा। आखिरकार फडणवीस ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
फडणवीस 2014 से 2019 तक पूरे पांच साल के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं, लेकिन 2019 के चुनावों के बाद शिवसेना और भाजपा का गठबंधन टूट गया और फडणवीस NCP विधायक अजीत पवार के समर्थन से मुख्यमंत्री बने, लेकिन बहुमत न दिखा पाने के कारण तीन ही दिनों में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।
किसी पूर्व मुख्यमंत्री का दूसरी सरकार में छोटा पद स्वीकार करना आम बात नहीं है, लेकिन महाराष्ट्र की राजनीति में ऐसे हालात इससे पहले तीन बार आ चुके हैं।
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