श्रद्धा का मर्डर कब:पुलिस का दावा-18 मई को हत्या हुई, दोस्त बोला- जुलाई में बात हुई

नई दिल्ली4 महीने पहले
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श्रद्धा मर्डर केस में अब सवाल ये है कि आखिर उसका मर्डर कब हुआ? सवाल की वजह दो दावे हैं। पहला दावा पुलिस का है, जो कह रही है कि श्रद्धा का मर्डर मई में हुआ। दूसरा दावा दोस्त लक्ष्मण नडार का है, जो कह रहा है कि जुलाई में तो उसकी श्रद्धा से बातचीत हुई थी।

लक्ष्मण ने यह दावा सोमवार को एक इंटरव्यू में किया। उसने बताया कि जुलाई में श्रद्धा ने वॉट्सऐप के जरिए उससे कॉन्टैक्ट भी किया था। तब श्रद्धा काफी डरी हुई थी। तब उसने कहा था कि मुझे बचा लो, वरना आफताब मार डालेगा। मैंने यह बात उसके घरवालों को भी बताई थी। दोनों के बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे।

श्रद्धा मर्डर पर पुलिस ने 4 बड़े खुलासे किए थे

श्रद्धा के दोस्त लक्ष्मण ने दावा किया कि जुलाई में वॉट्सऐप पर बातचीत हुई थी। श्रद्धा डरी हुई थी। - फोटो सोशल मीडिया
श्रद्धा के दोस्त लक्ष्मण ने दावा किया कि जुलाई में वॉट्सऐप पर बातचीत हुई थी। श्रद्धा डरी हुई थी। - फोटो सोशल मीडिया

1. दिल्ली पुलिस ने सोमवार को दावा किया था कि आफताब अमीन पूनावाला ने 18 मई यानी करीब 6 महीने पहले अपनी 26 साल की प्रेमिका श्रद्धा विकास वॉकर की गला दबाकर हत्या कर दी।

2. पुलिस ने कहा कि मर्डर के बाद आफताब ने आरी से श्रद्धा के 35 टुकड़े किए।

3. आफताब ने हत्या के बाद 300 लीटर का फ्रिज खरीदा, ताकि टुकड़े उसमें रख सके। अगरबत्ती जलाता था, ताकि बदबू को दबाया जा सके।

4. 18 दिन तक रोज रात 2 बजे उठता और शव के कुछ टुकड़े जंगल में फेंक आता था। पुलिस ने आफताब को शनिवार को अरेस्ट कर लिया।

अब दोस्त लक्ष्मण नडार का पूरा बयान पढ़ें...

श्रद्धा और आफताब की ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। - फोटो सोशल मीडिया
श्रद्धा और आफताब की ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। - फोटो सोशल मीडिया

लक्ष्मण ने सोमवार को कहा कि श्रद्धा और आफताब के बीच हमेशा झगड़े हुआ करते थे। जुलाई में श्रद्धा ने वॉट्सऐप के जरिए उससे कॉन्टैक्ट भी किया था। तब श्रद्धा काफी डरी हुई थी। उसने कहा कि अगर वह उस रात उसके (आफताब) के साथ रही तो वह उसे मार डालेगा।

लक्ष्मण नडार ने आगे कहा कि कुछ दोस्तों के साथ मिलकर उसने छतरपुर के घर से श्रद्धा को रेस्क्यू किया था। तब उन लोगों ने आफताब को चेतावनी दी थी कि वे उसकी शिकायत पुलिस में कर देंगे। लेकिन फिर आफताब के लिए श्रद्धा की कमिटमेंट देखकर उन्होंने पुलिस में शिकायत नहीं की। वे फिर साथ-साथ रहने लगे।

नडार ने बताया कि सितंबर में यानी घटना के दो महीने बीतने के बाद जब श्रद्धा ने उससे कॉन्टैक्ट नहीं किया, तो उसे चिंता होने लगी। नडार ने कहा- श्रद्धा को मैंने कई मैसेज और कॉल किए लेकिन उसने जवाब नहीं दिया। इससे मुझे उसकी टेंशन होने लगी। इस वजह से मैंने कॉमन फ्रेंड्स और बाकी लोगों से श्रद्धा के बारे में पूछना शुरू किया।

जब मुझे कहीं से भी उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली, तो आखिर में मैंने उसके भाई श्रीजय को बताया कि श्रद्धा ने कई महीनों से बातचीत नहीं की है और हमें पुलिस को सूचना देनी चाहिए। यह जानकारी मिलने के बाद श्रद्धा के पिता विकास मदन वॉकर ने मुंबई पुलिस के पास शिकायत लिखवाई।

पुलिस के मुताबिक, श्रद्धा और आफताब का रिश्ता कुछ महीने पहले तब खराब हो गया था, जब श्रद्धा ने उससे शादी के लिए कहा और उसने मना कर दिया। इसके बाद आफताब ने उसे मार डाला।

क्या आफताब ने ही श्रद्धा के दोस्त से बात की थी
पुलिस ने मंगलवार को बताया कि आफताब ने श्रद्धा का इंस्टाग्राम अकाउंट जून तक इस्तेमाल किया है ताकि वह यह जाहिर सके कि श्रद्धा जिंदा है। उधर, श्रद्धा का मोबाइल अभी तक नहीं मिला है। ऐसी आशंका है कि आरोपी ने ही इसका इस्तेमाल किया हो। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसी मोबाइल से पोस्ट की हों। श्रद्धा के दोस्त लक्ष्मण नडार से वॉट्सऐप पर बात की हो।

मर्डर के बाद पिता मदन ने बताई श्रद्धा के घर छोड़ने की कहानी... वो जिद करती रही

श्रद्धा अपने माता-पिता से नाराज थी। वह आफताब के साथ रहना चाहती थी और इसीलिए दोनों मुंबई से दिल्ली शिफ्ट हो गए। - फोटो सोशल मीडिया
श्रद्धा अपने माता-पिता से नाराज थी। वह आफताब के साथ रहना चाहती थी और इसीलिए दोनों मुंबई से दिल्ली शिफ्ट हो गए। - फोटो सोशल मीडिया

श्रद्धा के पिता विकास मदन वॉकर ने बताया, 'श्रद्धा और आफताब के रिलेशनशिप के बारे में परिवार को 18 महीने बाद पता चला। श्रद्धा ने अपनी मां से साल 2019 में कहा था कि वो आफताब के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में है। इसका मैंने और मेरी पत्नी ने विरोध किया था। तब श्रद्धा नाराज हो गई और उसने कहा कि मैं 25 साल की हो गई हूं। मुझे अपने फैसले लेने का पूरा हक है। मुझे आफताब के साथ लिव-इन में रहना है। मैं आज से आपकी बेटी नहीं।

यह कहकर वो घर से जाने लगी, तो मेरी पत्नी ने काफी मिन्नतें की। मगर, वो नहीं मानी और आफताब के साथ चली गई। हमें उसके दोस्तों से ही उनकी जानकारी मिल पाती थी। कुछ दिन बाद उसकी मां गुजर गई। मां की मौत के बाद श्रद्धा ने मुझसे एक-दो बार बातचीत की थी। तब उसने बताया था कि आफताब के साथ उसके रिश्ते में कड़वाहट आ गई है। उस दौरान वह एक बार घर भी आई और बताया कि आफताब उसके साथ मारपीट करता है। तब मैंने उसे वापस घर आने को कहा था। मगर, आफताब के मनाने पर वह उसके साथ चली गई।

उन्होंने कहा कि अगर बेटी बात मान लेती तो आज जिंदा होती। अफसोस है कि बेटी ने प्यार में जिद के चलते उनकी बात नहीं मानी।

आफताब के साथ रहने के लिए श्रद्धा मुंबई से दिल्ली शिफ्ट हुई थी
26 साल की श्रद्धा मुंबई के मलाड की रहने वाली थी। यहां वह एक मल्टीनेशनल कंपनी के कॉल सेंटर में काम करती थी। आफताब अमीन फूड ब्लॉगर है। इंस्टाग्राम पर उसका पर्सनल अकाउंट द हंगरी छोकरो (thehungrychokro) के नाम से है, जबकि उसका फूड ब्लॉग इंस्टाग्राम पर द हंगरी छोकरो_एस्कैपेड्स (thehungrychokro_escapades) नाम से है। आफताब ने पर्सनल ब्लॉग पर आखिरी फोटो 3 मार्च 2019 को पोस्ट किया था। अपने फूड ब्लॉग से उसने आखिरी फोटो 2 फरवरी को पोस्ट किया था।

मर्डर के लिए आफताब ने क्राइम शो देखे, गुनाह छिपाने के लिए गूगल सर्च की

फोटो आफताब के इंस्टाग्राम से ली गई है। वह एक फूड ब्लॉगर है। 3 मार्च के बाद से वह इंस्टाग्राम पर एक्टिव नहीं है।
फोटो आफताब के इंस्टाग्राम से ली गई है। वह एक फूड ब्लॉगर है। 3 मार्च के बाद से वह इंस्टाग्राम पर एक्टिव नहीं है।

हत्या की वजह: पुलिस ने आफताब को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया, 'दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था। वह शादी के लिए दबाव बना रही थी।' उधर, आफताब के कई दूसरी लड़कियों से भी रिश्ते थे और श्रद्धा को उस पर शक हो रहा था। इस बात पर भी दोनों के बीच विवाद होता था। आफताब ने तंग आकर हत्या कर दी। अब पुलिस ने मर्डर का केस दर्ज कर श्रद्धा की बॉडी को सर्च करना शुरू कर दिया है।

हत्या की साजिश: पुलिस सूत्रों के मुताबिक,आफताब ने वारदात से पहले अमेरिकी क्राइम शो डेक्स्टर समेत कई क्राइम मूवीज और शोज देखे थे।

सबूत मिटाने की साजिश: आफताब ने सबूत मिटाने के लिए गूगल पर खून साफ करने का तरीका भी ढूंढा था। इसके बाद ही उसने श्रद्धा का मर्डर किया और आरी से काटकर उसकी बॉडी के 35 टुकड़े किए। वह फ्रिज खरीदकर लाया। बदबू दबाने के लिए अगरबत्ती जलाता था। 18 दिन तक रोज रात 2 बजे जंगल में श्रद्धा के टुकड़े फेंके। श्रद्धा पर आफताब ने किए चौंकाने वाले खुलासे....पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...