स्टॉकहोम स्थित इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) ने सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा कि रूस-यूक्रेन जंग से अंतरराष्ट्रीय तनाव बढ़ रहा है। इसका असर दुनियाभर के परमाणु हथियारों के जखीरे पर दिखेगा। सिप्री ने दावा किया, भारत और पाकिस्तान अपने परमाणु हथियार का जखीरा बढ़ा रहे हैं। भारत का परमाणु हथियार भंडार जनवरी 2021 में 156 से बढ़कर जनवरी 2022 में 160 हो गया। भारत अभी भी अपने परमाणु हथियारों का भंडार बढ़ाने पर काम कर रहा है। इसी तरह पाकिस्तान भी अपने परमाणु हथियार बढ़ाने पर जोर दे रहा है। पाकिस्तान का भंडार जनवरी 2021 और जनवरी 2022 में 165 पर बना हुआ है।
चीन बना रहा 300 नई साइलो मिसाइल
दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी सैन्य ताकत चीन भी अपनी शक्ति बढ़ा रहा है। सेटेलाइट से ली गई तस्वीरों में पता चला कि चीन 300 से अधिक नई साइलो मिसाइल का निर्माण कर रहा है। जनवरी 2021-22 में चीन के पास 350 परमाणु हथियार थे।
सिप्री (SIPRI) का कहना है कि भारत अपने परमाणु हथियारों को लेकर आधिकारिक आंकड़ा साझा नहीं करता है। देश में परमाणु हथियारों की असल संख्या इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी से अलग होती है। भारत और पाकिस्तान कुछ मिसाइल परीक्षणों के बारे में ही जानकारी देते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, इजराइल और उत्तर कोरिया जैसे 9 देशों के पास परमाणु हथियार हैं।
कोल्ड वॉर के बाद कम हुए हथियार
2022 की शुरुआत में इन देशों के पास 12,705 परमाणु हथियार थे, जो 2021 से 375 कम हैं। साल 1986 की तुलना में तो यह संख्या बेहद कम हुई है। उस समय दुनिया में 70,000 से ज्यादा परमाणु हथियार थे। कोल्ड वॉर खत्म होने के बाद सबसे बड़ी परमाणु ताकतों रूस और अमेरिका ने अपने हथियारों में कमी करनी शुरू कर दी, इसके चलते कुल परमाणु हथियारों की संख्या तेजी से घटी।
अगर सबसे अधिक परमाणु हथियारों वाले देशों की बात करें तो रूस और अमेरिका के पास दुनिया के 90 प्रतिशत परमाणु हथियार हैं। रूस दुनिया का सबसे अधिक परमाणु हथियारों वाला देश है।2022 की शुरुआत में रूस के पास 5,977 हथियार थे। 2021 में रूस के पास 6,257 हथियार थे। रूस के पास करीब 1600 ऐसे हथियार है, जिन्हें वो फौरन इस्तेमाल कर सकते हैं। अमेरिका के पास 5,428 परमाणु हथियार हैं।
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