- ‘पिछले साल कानून बनाया था कि बच्चों से दुष्कर्म करने वालों को 6 महीने के भीतर सजा-ए-मौत दी जाएगी, इसका पालन नहीं किया गया’
- पुलिस ने शाम 5 बजे के बाद कार्यक्रम स्थल पर विरोध प्रदर्शन नहीं करने की अपील की
Dainik Bhaskar
Dec 03, 2019, 09:27 PM ISTनई दिल्ली. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल डॉक्टर से दुष्कर्म के विरोध में बुधवार को जंतर-मंतर पर भूख हड़ताल कर रही हैं। मालीवाल ने कहा है कि दुष्कर्मियों को 6 महीने के भीतर फांसी दी जानी चाहिए। पुलिस ने उनसे शाम 5 बजे के बाद कार्यक्रम स्थल पर विरोध प्रदर्शन को रोकने वाले एक स्थायी आदेश का हवाला देते हुए जंतर मंतर परिसर खाली करने का अनुरोध किया।
स्वाति मालीवाल ने कहा- पिछले साल मैंने आमरण अनशन किया था। 10वें दिन कानून बनाया गया था कि बच्चों के साथ दुष्कर्म करने वालों को 6 महीने के भीतर सजा-ए-मौत दी जाएगी। इस कानून का पालन नहीं किया गया। पुलिस मुझे गाइडलाइन का पालन करने का तर्क दे रही है। किस गाइडलाइन की बात कर रहे हैं ये लोग? दुष्कर्मियों को सजा के 6 महीने के भीतर फांसी पर लटकाया जाए। मैंने प्रधानमंत्री से यही मांग की है और मेरी मांग पूरी न होने तक मैं भूख हड़ताल जारी रखूंगी।
डॉक्टर टोल प्लाजा पर आखिरी बार दिखाई दी थी, अगले दिन जला हुआ शव मिला
डॉक्टर शादनगर में रहती थी और यहां से करीब 30 किलोमीटर दूर शम्साबाद में एक वेटरनरी हॉस्पिटल में काम करती थी। वह हर दिन हैदराबाद-बेंगलुरु नेशनल हाईवे पर स्थित टोंडुपल्ली टोल प्लाजा पर अपना टू-व्हीलर पार्क करती थी और वहां से कैब लेकर अस्पताल तक जाती थी। 27 नवंबर को रात 9.22 बजे डॉक्टर जब टोल प्लाजा पर थी, तब उसने अपनी बहन को फोन पर बताया था कि उसके टू-व्हीलर का एक टायर पंक्चर है। एक व्यक्ति ने उसे मदद की पेशकश की थी। कुछ देर बाद उसने दोबारा फोन कर बताया कि मदद की पेशकश करने वाला व्यक्ति कह रहा है कि आसपास की सभी दुकानें बंद हैं और पंक्चर ठीक करवाने के लिए गाड़ी को कहीं और ले जाना होगा। रात 9.44 बजे डॉक्टर का फोन स्विच ऑफ हो गया। अगली सुबह एक अंडरपास के नीचे उसका शव जली हुई अवस्था में मिला था।