पहले पश्चिमी नेपाल में 6.6 की तीव्रता के आए भूकंप के एक दिन बाद ही गुरुवार काे भारत के अरुणाचल में 5.7 की तीव्रता का भूकंप आया। 48 घंटों में नेपाल में कम तीव्रता वाले भूकंप के तीन से ज्यादा झटके आए। अब भूकंप काे लेकर आईआईटी कानपुर के शोध में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
इसके मुताबिक भारत के हिमालयी राज्यों में 7.8 से 8.5 तीव्रता का भूकंप आ सकता है। 1803 में ऐसा भूकंप आ चुका है। यह स्थिति हिमालयन रेंज में टेक्टोनिक प्लेट्स के अस्थिर होने से पैदा हुई है।
भूकंप के खतरे वाले इलाकों को चार भूकंपीय क्षेत्रों में बांटा गया है।
भारत में बड़े भूकंप नहीं आ सकते ये सोच गलत
आईआईटी में सिविल इंजीनियरिंग विभाग के सीनियर प्रो. जावेद एन मलिक की टीम लंबे समय से भूकंप पर शाेध कर रही है। मलिक कहते हैं, ‘टेक्टोनिक प्लेट्स के अस्थिर होने से लंबे समय तक इस तरह के भूकंप आते रहेंगे।’ प्राे. मलिक ने कहा, ‘ऐसा सोचना गलत है कि भारत में बड़े भूकंप नहीं आ सकते हैं।’
भारत का भूकंपीय क्षेत्र का मैप
प्राे. मलिक भूकंप काे लेकर तीन बिंदु काे अहम बताते हैं
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.