खादी को ब्रांड बनाने वाले विनय कुमार सक्सेना को दिल्ली का नया उप राज्यपाल (LG) नियुक्त किया गया है। वे फिलहाल खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष हैं। सक्सेना अनिल बैजल की जगह लेंगे। बैजल ने 18 मई को ही अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को भेज दिया था, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।
सक्सेना कॉर्पोरेट वर्ल्ड से आने वाले ऐसे पहले शख्स हैं जिन्हें LG बनाया गया है। अमूमन दिल्ली में उपराज्यपाल के पद पर रिटायर्ड IAS और IPS ही नियुक्त किए जाते रहे हैं। सक्सेना 27 अक्टूबर 2015 से खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष हैं।
उन्होंने कॉर्पोरेट से लेकर एनजीओ क्षेत्र में काम किया। इन्हें कॉर्पोरेट साइंटिस्ट के तौर पर भी जाना जाता है। सक्सेना का जन्म 23 मार्च 1958 को उत्तर प्रदेश में हुआ था। वे कानपुर विश्वविद्यालय के स्टूडेंट रह चुके हैं। इसके अलावा विनय कुमार पायलट भी हैं।
खादी को दिलाई अलग पहचान
विनय कुमार सक्सेना के कार्यकाल में खादी के कारोबार में 248% की बढ़ोतरी हुई। उन्होंने केवल 7 सालों में 40 लाख नए रोजगार दिए। सक्सेना के कार्यकाल के दौरान साल 2021-22 में खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग ने 1.15 लाख करोड़ रुपए का कारोबार किया था। उन्होंने खादी को ब्रांड बनाने के लिए कई मार्केटिंग कैंपेन किए। रेमंड, अरविंद, एबीआरएफएल, निफ्ट, ग्लोबस आदि के साथ समझौता भी किया।
कॉरपोरेट वर्ल्ड से भी खादी को जोड़ा
विनय कुमार सक्सेना ने देश के कई विभागों को बड़ी संख्या में खादी का ऑर्डर दिलवाया। खादी को एयर इंडिया, ओएनजीसी, रेलवे, स्वास्थ्य मंत्रालय,आरईसी, पीएमओ, डाक और टेलीग्राफ विभाग से बड़ी संख्या में ऑर्डर दिलाने में सफल रहे। खादी के कारोबार को बढ़ाने के लिए खादी संस्थानों और कारीगरों दोनों के लिए सब्सिडी के वितरण को ई-पोर्टल्स की शुरुआत भी की।
सक्सेना का कैरियर
विनय कुमार सक्सेना ने जेके ग्रुप के साथ राजस्थान में एक सहायक अधिकारी के रूप में अपना करियर शुरू किया था। व्हाइट सीमेंट प्लांट के साथ 11 साल काम करने के बाद, उन्हें 1995 में गुजरात में बंदरगाह परियोजना की देखभाल के लिए जनरल मैनेजर के रूप में प्रमोशन दिया गया था।
इसके बाद वह CEO बने और बाद में धोलर पोर्ट प्रोजेक्ट के डॉयरेक्टर बनाए गए। इसके बाद अक्टूबर 2015 में विनय कुमार सक्सेना को खादी विकास और ग्रामोद्योग आयोग का अध्यक्ष बनाया गया।
5 साल और 4 महीने LG रहे बैजल
अनिल बैजल ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए 18 मई को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अपना इस्तीफा भेजा था। अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश कैडर के 1969 बैच के आईएएस अधिकारी बैजल ने अपने पूर्ववर्ती नजीब जंग के पद छोड़ने के बाद दिसंबर 2016 में दिल्ली के उपराज्यपाल के रूप में पदभार संभाला।
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उन्होंने 31 दिसंबर 2016 से 18 मई 2022 तक पांच साल और चार महीने की अवधि के लिए दिल्ली के 21वें उपराज्यपाल के रूप में कार्य किया। बैजल ने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान केंद्रीय गृह सचिव के तौर पर भी काम किया था।
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