पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता भादू शेख की हत्या के बाद भड़की हिंसा में 2 बच्चों सहित 10 लोगों की मौत हो गई थी। जिस बागतुई गांव में आगजनी हुई, वहां लोग दहशत में गांव छोड़कर जा रहे हैं। बीरभूम हिंसा में अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इधर, भाजपा ने हिंसा को नरसंहार बताया तो, ममता बनर्जी ने भी पलटवार कहते हुए कहा कि यह बंगाल है यूपी नहीं। कुछ देर बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी बयान आया और उन्होंने हिंसा पर दुख जताते हुए कहा कि मैं आशा करता हूं कि राज्य सरकार बंगाल की महान धरती पर ऐसा जघन्य पाप करने वालों को जरूर सजा दिलवाएगी। केंद्र सरकार, राज्य को हर मदद देने के लिए तैयार है।
हाईकोर्ट ने गुरुवार दोपहर तक रिपोर्ट मांगी
कोलकाता हाईकोर्ट ने इस मामले पर खुद हस्तक्षेप किया है। चीफ जस्टिस की खंडपीठ ने गुरुवार दोपहर 2 बजे तक राज्य सरकार से रामपुरहाट हिंसा पर रिपोर्ट मांगी है। साथ ही हाईकोर्ट ने जिला जज की मौजूदगी में CCTV कैमरे लगाने और घटना स्थल की 24 घंटे निगरानी करने का निर्देश दिया है।
कोर्ट ने ये आदेश भी दिए कि CFSL दिल्ली टीम तुरंत घटना स्थल पर जाकर जांच के लिए सुबूत इकट्ठा करे। हिंसा के चश्मदीदों को जिला जज के निर्देश के साथ डीजी और आईजीपी तत्काल सुरक्षा दी जाए।
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ममता ने बीजेपी पर किया हमला
बीरभूम हिंसा के मामले में सीएम ममता बनर्जी ने भाजपा को आड़े हाथों लिया है। ममता ने कहा- सरकार हमारी है, हमें अपने लोगों की चिंता है। हम कभी नहीं चाहेंगे कि किसी को तकलीफ हो। बीरभूम, रामपुरहाट की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने ओसी, एसडीपीओ को तत्काल बर्खास्त कर दिया है। मैं कल रामपुरहाट जाऊंगी।
ममता बनर्जी ने कहा कि मैं रामपुरहाट की घटना को सही नहीं ठहरा रही हूं लेकिन गुजरात और राजस्थान में भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। हम निष्पक्ष कार्रवाई करेंगे। यह बंगाल है, उत्तर प्रदेश नहीं। मैंने तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल हाथरस भेजा था लेकिन हमें जाने नहीं दिया गया। लेकिन हम किसी को यहां आने से नहीं रोक रहे हैं।
इस मामले की जांच के लिए सीएम ममता बनर्जी ने CID के एडीशनल डायरेक्टर ज्ञानवंत सिंह की अध्यक्षता में SIT का गठन किया है जो मामले की जांच के लिए बीरभूम के रामपुरहाट पहुंच चुकी है।
राज्यपाल ने ममता सरकार को जिम्मेदार ठहराया
बीरभूम में भड़की हिंसा के बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बंगाल सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा- इस घटना से पता चलता है कि राज्य में सिर्फ हिंसा और अराजकता है। मैंने चीफ सेक्रेटरी से घटना पर अपडेट मांगा है। मेरी संवेदनाएं पीड़ितों के परिवार के साथ है।
गृह मंत्रालय ने मांगी बीरभूम हिंसा की रिपोर्ट
बीरभूम जिले में भड़की हिंसा के बाद गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार से आम लोगों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने के लिए कहा है। मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि बीरभूम की घटना को लेकर बंगाल के BJP अध्यक्ष सुकांतो मजूमदार के नेतृत्व में भाजपा सांसदों ने मुलाकात की है। गृह मंत्री अमित शाह पूरे मामले को खुद देख रहे हैं। गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से इस पर रिपोर्ट तलब की है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने पुलिस अधीक्षक बीरभूम और डीजीपी पश्चिम बंगाल को नोटिस जारी कर जानकारी मांगी है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, पश्चिम बंगाल के बीरभूम में TMC के नेता भादू शेख पर 4 बदमाशों ने हमला कर दिया था, जिसमें पंचायत नेता की मौत हो गई। हमले से भड़के तृणमूल के नेताओं ने कई घरों में आग लगा दी। हिंसा में एक ही घर के 8 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद से इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है।
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