जम्मू: जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार को एक के बाद एक हुए
चार आतंकी हमलों के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है। राजनाथ ने कहा कि अगर पाकिस्तान इस तरह के हमले रोक नहीं सकता, तो भारत की मदद ले। गृहमंत्री ने कहा कि इस तरह के हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
राजनाथ ने जम्मू जिले के अखनूर के परगवाल में भारतीय जनता पार्टी की चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों को पनाह देता है और वे भारत में आकर तबाही मचाते हैं। गृहमंत्री ने कहा कि भारत उरी और शोपियां जैसे आतंकवादी हमले कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होने कहा कि भारतीय सेना आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देने में कामयाब हुई है। उन्होंने कहा कि भारत ने न कभी पाकिस्तान की सरहद पार की और न ही कभी संघर्षविराम का उल्लंघन किया, लेकिन पड़ोसी देश की ओर से बार-बार यह उल्लंघन किया गया।
बेहतर मतदान की वजह से खीझ गए हैं आतंकी
वहीं, रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि आतंकवादियों की गतिविधियों में बढ़ोत्तरी की एक वजह घाटी में हुए चुनाव हो सकते हैं। बता दें कि इस बार के विधानसभा चुनावों में पिछली बार के मुकाबले वोटिंग पर्सेंटेज काफी बेहतर है। इसके अलावा, चुनाव के दौरान हिंसा की कोई वारदात नहीं हुई। राज्य के सीएम उमर अब्दुल्ला ने पहले चरण की वोटिंग के बाद मीडिया को चेताया था कि वे इस तरह की हेडलाइंस का इस्तेमाल न करें कि घाटी के लोगों ने आतंकियों की धमकी को नजरअंदाज करके वोटिंग की। अब्दुल्ला ने शंका जताई थी कि इस तरह की खबरों से खीझकर आतंकी लोगों को निशाना बनाने की कोशिश करेंगे। उधर, उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ''यह एक खौफनाक दिन है। 4 हमले और कई सुरक्षाकर्मी व निर्दोष आम नागरिक मारे गए। मुझे उम्मीद है कि गृह मंत्रालय वाजिब कदम उठाएगा।''
विरोधियों ने साधा निशाना
कांग्रेस ने आतंकी हमलों की कड़ी भर्त्सना करते हुए पीएम
नरेंद्र मोदी को पाक समर्थित आतंकवाद पर लगाम लगाने को लेकर ब्लूप्रिंट पेश करने को कहा। लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी ने कहा, ''सरकार हमें बताए कि उसका इस मुद्दे पर क्या रुख है? यह हमारी आंतरिक सुरक्षा का मामला है।'' उधर, शुक्रवार को ही महाराष्ट्र सरकार में शामिल हुई शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा कि जब तक पाकिस्तान को उनकी भाषा में जवाब नहीं देंगे, हमारे जवान शहीद होते रहेंगे।