इन्द्रभूषण| बबुरा, आरा-छपरा सेतु
जमीनकी समस्या और धीमे निर्माण के कारण आरा-छपरा सेतु की लागत 156 करोड़ बढ़ गई है। वर्ष 2010 में 676 करोड़ का लागत से इस सेतु का निर्माण शुरू किया गया। पर अब 832 करोड़ में बन पाएगा। शीघ्र ही पथ निर्माण विभाग इसकी कैबिनेट स्वीकृति की कार्रवाई करेगा। बुधवार को डिप्टी सीएम और पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव ने पथ निर्माण विभाग और पुल निर्माण निगम के आला अधिकारियों के साथ निर्माणाधीन पुल का निरीक्षण किया।
साइट पर ही आयोजित समीक्षा बैठक में विभाग के परामर्शी सुधीर कुमार ने निर्माण एजेंसी सिंगला के अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी कि तीसरी बार निर्माण पूरा करने का समय बढ़ा कर जून 2017 तय किया गया है। इस अवधि में काम पूरा नहीं हुआ तो एजेंसी को काली सूची में डाल बिहार में कोई भी नया काम नहीं करने देंगे। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के साथ ही दीघा सड़क सेतु का सोनपुर एप्रोच रोड और पटना के स्टेशन रोड फ्लाईओवर का निर्माण पूरा होने तक सिंगला को कोई भी नया काम आवंटित नहीं होगा।
डिप्टी सीएम ने स्टीमर से सेतु के पायों और निर्माणाधीन पुल पर चढ़कर निर्माण की गुणवत्ता और काम के तरीके का नजदीक से मुआयना किया। इसके बाद समीक्षा बैठक में मार्च 2017 तक पुल का निर्माण कार्य और जून तक कोई लवर और डोरीगंज दोनों तरफ कम से कम दो लेन एप्रोच रोड चालू करने का निर्देश दिया। उन्होंने तीसरी बार निर्माण अवधि बढ़ाने और काम में देरी होने के कारणों पर विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने अगले वर्ष गांधी सेतु के एक लेन बंद होने का हवाला दे एजेंसी को एप्रोच निर्माण को कहा।
समीक्षा बैठक में भोजपुर के डीएम ने कहा कि 120 एकड़ जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव इसी महीने उनके पास पहुंचा है। इस संबंध में कार्रवाई शुरु की जा रही है। उन्होंने पुल निर्माण निगम पर जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव देने में देरी करने का आरोप लगाया। विधायक सरोज यादव ने सेतु निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाया। अधिकारियों ने डिप्टी सीएम को बताया कि सेतु के 52 स्पैन में से 44 का निर्माण हो गया है। फरवरी तक पुल का निर्माण पूरा करने का दावा किया। एप्रोच के लिए 50 फीसदी जमीन का अधिग्रहण बाकी है। इस दौरे में पथ निर्माण विभाग के परामर्शी सुधीर कुमार, सचिव पंकज कुमार, पुल निर्माण निगम के एमडी रंजन कुमार, वरीय अभियंता एके वर्मा, सुरेन्द्र यादव, विधायक सरोज यादव, अरुण यादव, एमएलसी राधाचरण सेठ, डीएम वीरेंद्र यादव मौजूद थे।
{सड़क परामर्शी ने एजेंसी को जून तक काम पूरा नहीं करने पर काली सूची में डालने की दी चेतावनी
{गांधीसेतु के एक लेन बंद होने के हवाला दे एजेंसी को 90 फीसदी मेहनत 17 किमी. लम्बे एप्रोच निर्माण पर करने का मिला निर्देश
{निर्माणशुरु होने के समय लागत 676 करोड़ थी, अब 832 करोड़ तक पहुंच चुकी है
{परियोजनाके लिए कुल 190 एकड़ जमीन का अधिग्रहण करना है पर 60 फीसदी है बाकी
आरा- छपरा पुल निर्माण का जायजा लेते उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव।