पूर्णिया. जया झा को लौरियाल पेरिस एनडीटीवी “वूमन ऑफ वर्थ” अवार्ड-2016 (L’Oreal Paris NDTV Women of Worth Award) के लिए नामित किया गया है। यह अवार्ड बहादुर और हुनरमंद भारतीय महिलाओं की उपलब्धियों को सराहने के लिए हर वर्ष दिया जाता है। जया को साहित्य के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए इस अवार्ड के लिए नामित किया गया है। रह चुकी हैं IIM लखनऊ की टॉपर...
जया IIM लखनऊ 2004-06 बैच की हैं। फिलहाल, जया को वोट की जरुरत है। उनके तीन कविता संग्रह और एक उपन्यास प्रकाशित हो चुके हैं। फिलहाल वह बंगलूरू में रहकर एक वेबसाइट का सफल संचालन कर रही हैं, जो मूल रूप से लेखकों के लिए प्रकाशन का सुलभ और सस्ता स्थान मुहैया करवाता है।
गूगल से पोथी (डॉट) कॉम का सफर
जया की शुरुआती दिनों से ही इच्छा थी कि वह अपना उद्योग स्थापित करे। इस बीच IIM से निकलकर उन्होंने गूगल इंडिया का दामन थामा। लगभग दो वर्षों तक गूगल के भारतीय मुख्यालय में प्रोडक्ट मैनेजमेंट का अनुभव प्राप्त किया। पढ़ाई और नौकरी के दौरान ही उन्होंने कई सपने बुने। उन सपनों को पंख मिला वर्ष 2008 में। जब जया ने पूरी तैयारी और बेहद ही मौलिक सोच के साथ पोथी (डॉट) कॉम की आधारशिला रखी।
इस वेबसाइट ने प्रकाशन की दुनिया में क्रांतिकारी बदलाव लाए। यहां कोई भी लेखक अपनी रचना शेयर कर सकता है। पीडीएफ फाइल के जरिये अपने पाठकों तक पहुंच सकता है। किताब ऑर्डर किये जाने पर जया की कंपनी बजट का ध्यान रखकर सस्ते से सस्ते में पाठक को किताब मुहैया करवाती है। अब तक इस वेबसाइट के माध्यम से 2000 लेखकों की किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं।
नवोदय विद्यालय से IIM का सफर
जया के पिता चन्द्रशेखर झा और मां नीलिमा झा मूल रूप से भागलपुर के भ्रमरपुर गांव के रहने वाले हैं। यूको बैंक से रिटायर होने के बाद वह लोग पूर्णिया में ही घर बनाकर बस गए। जया ने पूर्णिया के नवोदय विद्यालय से छठी से लेकर 10वीं तक की पढ़ाई की। डीपीएस रांची से 12वीं करने के बाद आईआईटी संयुक्त परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर 88वां स्थान प्राप्त किया। आईआईटी कानपुर से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया। 2004-06 बैच में इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट, लखनऊ में मार्केटिंग एंड स्ट्रेटेजी में दाखिला लिया और वहां की टॉपर रहीं।
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