रायपुर. शहर के बड़े थोक बाजारों में आम, पपीता और केला को घातक केमिकल से पकाकर बेचने की पुष्टि हो गई। फलों की जांच जिस केमिकल से पकाया जा रहा था, उसमें कार्बाइड स्टोन और लिक्विड केमिकल मिले हैं। यह खतरनाक है।
इसके बावजूद कारोबारी केवल फलों को जल्दी पकाने के लिए इतने घातक केमिकल का उपयोग कर रहे हैं। उसका असर फलों में भी हो रहा है। खाद्य विभाग केमिकल मिलाने वाले कारोबारियों शेष|पेज 7
के खिलाफ कोर्ट में केस दायर करेगा। खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम ने 16 दिन पहले लालपुर और जवाहर बाजार के फल मार्केट में छापा मारकर खतरनाक केमिकल के साथ फलों को जब्त किया था। केमिकल के उपयोग से फलों को पकाया जा रहा था। फलों को जांच के लिए लैब भेजा गया था। उन्हीं जब्त फलों की रिपोर्ट गुरुवार को सार्वजनिक की गई। लालपुर प्रदेश का सबसे बड़ा फल मंडी है। यहां से विभिन्न फल उड़ीसा के साथ मध्यप्रदेश के साथ दक्षिण के कुछ राज्यों में फल भेजा जाता है।
अपराध कर रहे व्यापारी
फलों को पकाने के लिए उपयोग किए जा रहे केमिकल में कार्बाइड स्टोन है, जो किडनी और लीवर के लिए खतरनाक हैं। केमिकल के कारण एसिटिलीन गैस बनती है। खाद्य सुरक्षा अधिनियम एक्ट के तहत यह प्रतिबंधित है। खाद्य विभाग के सहायक आयुक्त डॉ. अश्विनी देवांगन ने बताया कि कृत्रिम ढंग से फल पकाना गैरकानूनी ही नहीं बल्कि अपराध की श्रेणी में आता है।