• Hindi News
  • महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा को नायक नैक ने दिया ‘ए’ ग्रेड

बड़े सपनों को पूरा करे यूनिवर्सिटी, नए दौर में हिंदी बने प्रमुख भाषा : प्रो. गिरीश्वर मिश्र

8 वर्ष पहले
  • कॉपी लिंक
एजुकेशन डेस्क। महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा को नैक की टीम ने ‘ए’ ग्रेड दिया है। यूनिवर्सिटी पीजी और रिसर्च कोर्सेस के अलावा जल्द ही ग्रैजुएशन लेवल पर भी कुछ पाठ्यक्रम शुरू करने के प्रयास में है। बताते चलें की 17 साल पहले हिंदी को कम्युनिकेशन और रिसर्च की भाषा बनाने के लिए इस अंतर्राष्ट्रीय केंद्रीय विश्वविद्यालय का गठन किया गया था। यूनिवर्सिटी ने बहुत कम समय में अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाब हुई है।
इलाहाबाद और कोलकाता के दो रीज़नल केंद्रों में भी मुख्य कैंपस के साथ हिंदी माध्यम में कई सिलेबस संचालित हो रहे हैं। यूनिवर्सिटी ने हाल ही में एजुकेशन फ़ैकल्टी भी शुरू की है। एनसीटीई ने यूनिवर्सिटी के दो साल के बीएड पाठ्यक्रम को संचालित करने की मान्यता प्रदान कर दी है। वीसी प्रो. गिरीश्वर मिश्र ने कहा है कि अगले सेशन से यूनिवर्सिटी बी.ए. और बी.काम की क्लासेस भी शुरू करने की तैयारी में है। इसके साथ ही साइंस और टेक्नोलॉजी की फ़ैकल्टी भी खोलने की योजना है।
प्रो. मिश्र ने कहा कि इस समय ‘च्वायस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम’ के अनुसार सिलेबस को अपडेट कर व्यवस्थित किया जा रहा है। यूनिवर्सिटी में शैक्षिक उत्कृष्टता पर ज़ोर दिया जा रहा है। मिश्र के मुताबिक यूनिवर्सिटी प्रगति के मार्ग पर और आगे बढ़ेगा।