मुंबई. हाल ही में सुपरस्टार सलमान खान के काउंसल अमित देसाई ने 'हिट एंड रन' केस में उनके एक्स-बॉडीगार्ड रवींद्र पाटिल की गवाही को अमान्य बताया है। उनका कहना है कि यदि रवींद्र की गवाही को न माना जाए तो सलमान के खिलाफ कोई सबूत नहीं हैं। दरअसल, हाईकोर्ट में सलमान की उस अपील पर सुनवाई चल रही है, जो उन्होंने सेशन कोर्ट के उस फैसले के खिलाफ लगाई है, जिसमें उन्हें 5 साल की सजा हुई है। सलमान को यह सजा इसी साल मई में सुनाई गई थी। हालांकि, बाद में उन्हें जमानत दे दी गई।
क्यों न मानें रवींद्र की गवाही?
सलमान के काउंसल अमित देसाई का कहना है कि अक्टूबर 2002 में पाटिल ने सलमान के खिलाफ बयान दिया था कि एक्सीडेंट के दौरान उन्होंने शराब पी रखी थी। जबकि इससे तीन दिन पहले उन्होंने इस बारे में कुछ नहीं कहा था। देसाई का आरोप यह है कि प्रॉसिक्यूशन ने साल 2007 में पाटिल की मौत के बाद उनके बयान को सबूत के तौर पर तब लाने का फैसला किया, जब उन्हें अपने गवाहों पर भरोसा नहीं रहा और मेडिकल रिपोर्ट पर आशंका हुई। गौरतलब है कि 28 सितंबर, 2002 की रात सलमान खान की लैंड क्रूजर हिल रोड पर अमेरिकन एक्सप्रेस बेकरी में घुस गई थी। घटना आधी रात के बाद की थी। सलमान ने सुबह सरेंडर किया था। उन्हें गिरफ्तार किया गया और पुलिस स्टेशन से ही ज़मानत हो गई। घटना में नुरुल्ला शरीफ की मौत हो गई थी। अब्दुल शेख, मुस्लिम शेख मुन्नू खान, मुहम्मद कलीम घायल हो गए थे। ये सब बेकरी के बाहर फुटपाथ पर सो रहे थे। इस मामले में रवींद्र पाटिल प्रमुख गवाह गवाह थे, जिनकी 2007 में मौत हो गई। सवाल है कि रवींद्र की मौत कैसे हुई और उसकी मौत के पीछे की खास वजह क्या थी ? हम आपको बताने जा रहे हैं इसकी पूरी कहानी।
भीख मांगने पर मजबूर हो गया था रवींद्र
सूत्रों के मुताबिक, परिवार से अलग होने के बाद रवींद्र अचानक घर से लापता हो गया था। 2007 में वह सेवरी म्युनिसिपल अस्पताल से मिला। अस्पताल आने से पहले उसे सड़कों पर भीख मांगते देखा गया था। भीख में मिले पैसों से दिन-रात शराब पीता था। इसी वजह से उनको टीबी हो गई। कमजोरी की वजह से उस पर दवाओं का असर नहीं हुआ और आखिरकार उसने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया।
आखिरी सांस तक नहीं बदला बयान
जो लोग रवींद्र पाटिल को जानते थे वो इस बात से सहमत थे कि उस पर बयान बदलने को लेकर बहुत ज्यादा प्रेशर था। रिपोर्ट्स के मुताबिक कई लोगों ने उस पर स्टेटमेंट बदलने के लिए दवाब डाला, ताकि सलमान खान जेल जाने से बच सके। लेकिन उसने अपनी आखिरी सांस तक बयान नहीं बदला। वहीं, रवींद्र को बयान बदलने के लिए लालच और धमकी भी दी गई। यहां तक कि पुलिस ने उसके परिवार को काफी परेशान भी किया।
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