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स्कूली नेशनल गेम्स में खेलने के लिए स्टेट चैंपियंस के बीच दोबारा होंगे मुकाबले
स्कूलखेल में राज्यस्तरीय चैंपियन को नेशनल में खेलने का मौका दिया जाता है। मगर अब शिक्षा विभाग के जिला स्तर के अधिकारियों शारीरिक शिक्षा के शिक्षकों ने संयुक्त रूप से प्रस्ताव भेजा है। इसमें मांग की है कि नेशनल के लिए लगने वाले कैंप में राज्यस्तर पर तीन स्थान पर रहने वाले खिलाड़ियों को भेजा जाए, ताकि गलत निर्णय या अन्य किसी कारण से बेस्ट खिलाड़ी छूट जाए। इससे खेल पर भी असर पड़ता है। यह प्रस्ताव खेल में निर्णायक मंडल पर मुकाबले के दौरान लगने वाले चीटिंग के अंदेशे को लेकर लिया गया है।
राज्यस्तरीय के पहले तीनों स्थान पर रहने वाले खिलाड़ियों में अब मुकाबले करवाने के लिए निदेशक सेकंडरी शिक्षा हरियाणा को प्रस्ताव भेजा गया है, ताकि नेशनल के लिए लगने वाले कैंप में तीनों काे प्रशिक्षण मिल सके और बेस्ट को चुना जा सके। यह चयन खेल के कोच चयनित कोच की एक टीम बनाकर उनकी देखरेख में किया जाए। हालांकि निदेशक की ओर से अभी तक इस मामले में कोई पत्र व्यवहार नहीं किया गया है।
बढ़ेगी चुनौती
भिवानी में 5 से 7 सितंबर को हुई राज्यस्तरीय स्कूली खेल प्रतियोगिता में हिसार के खिलाड़ी शिक्षकों ने निर्णायक मंडल पर चीटिंग के आरोप लगाए थे। इसके बाद एईओ शारीरिक शिक्षकों और कोच के बीच चीटिंग से बेस्ट खिलाड़ियों को बचाने के लिए प्रयास के चलते विचार-विमर्श हुआ। बाद में पहले तीनों स्थानों पर रहने वाले खिलाड़ियों को नेशनल कैंप में मौका दिया जाए इस पर डीएसई को पत्र भेजने का निर्णय लेते हुए पत्र व्यवहार किया गया।
प्रतिस्पर्धा की भावना बढ़ेगी और खेल में सुधार होगा
नेशनलकैंप में यदि तीनों टॉपर को मौका दिया जाएगा और उनमें से बेस्ट को नेशनल के लिए चयन हो तो इससे खेल में बड़े स्तर का परिवर्तन सकता है। यह कहना है देश के लिए कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को तराशने वाले बाॅक्सिंग कोच जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी सूबे सिंह बेनीवाल का। कारण है कि यदि राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के बाद नेशनल खेल में दो या तीन माह का अंतराल हो जाए तो ऐसे में अक्सर देखने में आता है कि राज्यस्तरीय विजेता का अभ्यास प्रभावित हो जाता है, क्योंकि उसे लगता है कि उसका चयन तो हो चुका खेलना पक्का है। यदि प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहने वाले तीनों को बुलाया जाए तो जो खिलाड़ी किसी कारण से टॉपर बनने से रह गया वह अभ्यास में जी-जान लगा देगा अपनी गलती में सुधार करेगा, वहीं टॉपर अपने चयन को बरकरार रखने के मेहनत करेगा।
डीएसई को पत्र भेजा
^निदेशकसेकंडरी शिक्षा हरियाणा (डीएसई) को पत्र भेजा गया है। उनसे आग्रह किया गया है कि पहले तीनों स्थानों पर रहने वाले खिलाड़ियों को राष्ट्रीय कैंप में मौका दिया जाए और उनमें से बेस्ट को चुना जाए। ताकि खेल में सुधार हो। अब आगामी फैसला डीएसई स्तर पर लेना है।\\\'\\\' सत्यवीरजाखड़, सहायक शिक्षा अधिकारी (खेल) हिसार।