गर्भवतीमहिलाओं में खून की कमी बीपी हाई की समस्या तेजी से बढ़ रही हैं। यह खुलासा मंगलवार को नागरिक अस्पताल में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) के अंतर्गत की गई जांच में हुआ। यहां 124 महिलाओं की जांच हुई, जिनमें से 15 हाई रिस्क प्रेग्नेंसी मिली। इसके अलावा लगभग 40 महिलाओं में खून की कमी और 8 महिलाओं का बीपी भी बढ़ा हुआ पाया गया। इन सभी को जांच के बाद जरूरी दवाइयां उपलब्ध कराई गई। जबकि हाई रिस्क केसों का रजिस्ट्रेशन भी किया गया। सिविल अस्पताल के अलावा पीएचसी टांकड़ी सीएचसी बावल में भी अभियान की शुरूआत सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार ने की।
हाईरिस्क केसों का होगा रजिस्ट्रेशन रखेंगे पूरी डिटेल : पीएचसीसीएचसी स्तर पर जांच के बाद जो हाई रिस्क प्रेग्नेंसी केस मिलते हैं, उनको जांच के लिए नागरिक अस्पताल में रेफर किया जाता है। इन महिलाओं की यहां दोबारा जांच की जाती है और उनका रजिस्ट्रेशन भी होता है। प्रेग्नेंसी तक उसकी देखभाल समय-समय पर टीके लगवाना या अन्य जांच करवाने बारे भी बताया जाता है। ताकि डिलीवरी तक स्थिति बिगड़े और उनके स्वास्थ्य में सुधार आए। विभिन्न सीएचसी-पीएचसी में गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच की गई।
येटेस्ट किए गए नि:शुल्क : हरमहीने होने वाली इस जांच में महिलाओं के जरूरी टेस्ट भी नि:शुल्क किए गए। नोडल अधिकारी डाॅ. लाल सिंह ने बताया कि अभियान के अंतर्गत सभी गर्भवती महिलाओं की द्वितीय तृतीय तिमाही एंटी नेटल चेकअप किया गया। इसके अलावा लैब जांच, दवाइयां अल्ट्रासाउंड टेस्ट भी किए गए। प्राइवेट डाक्टर्स ने भी इसमें विशेष सहयोग किया।
भाडावास पीएचसी में 125 महिलाओं ने कराई जांच
प्राथमिकस्वास्थ्य केंद्र भाडावास में सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार ने अभियान की शुरूआत की। इसमें डॉ. सुरेखा यादव डॉ. प्रीति ने गर्भवती महिलाओं की जांच कर उनको जरूरी परामर्श दिया। नोडल अधिकारी डॉ. लाल सिंह, सीएचसी बावल से डॉ. सरोज रंगा, पीएचसी प्रभारी डॉ. अशोक कुमार, डॉ. कुलदीप यादव, डॉ. पिंकेश, डॉ. निर्मल बागोतिया, डॉ. मीत वर्मा, आईएमए जिला प्रधान डॉ. करतार सिंह, मुनेश यादव, दिनेश कुमार, विष्णु कुमार, पूनम देवी, सुशीला देवी, रविंद्र अग्रवाल, जुगनू, सुनील, एएनएम निशा, सुनीता, मंजू, नीलम, प्रमिला, सरपंच कालूराम, आशा वर्कर कैलाश शकुंतला आदि रहे।
रेवाड़ी. प्रधानमंत्रीसुरक्षित मातृत्व अभियान के शुभारम्भ पर पीएचसी भाड़ावास में महिलाओं की जांच करती डॉक्टर।
रेवाड़ी. पीएचसीभाड़ावास में जांच के लिए कतार में लगीं महिलाएं।