Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
परिषद में अफसरों के कमरों में एसी लगवाने पर बिफरे पार्षद
नगरपरिषद चेयरपर्सन और वाइस चेयरमैन के चुनाव के बाद परिषद का कामकाज अभी सुचारू रूप से शुरू ही नहीं हुआ कि विरोधी पार्षदों ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए है। सोमवार को 9 पार्षदों एक पूर्व पार्षद ने परिषद के नवीनीकरण पर सवालिया निशान लगाते हुए परिषद प्रशासन को कठघरे में खड़ा कर दिया।
पार्षदों का कहना है कि परिषद प्रशासन अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर नवीनीकरण पर लाखों रुपए बर्बाद कर रहा है। अधिकारियों की सुविधाओं के लिए एसी लगाए जा रहे हैं। परिषद की पूर्व चेयरपर्सन वार्ड पांच की पार्षद रीता शर्मा, चुनाव में चेयरपर्सन के लिए मैदान में उतरीं वार्ड दस की पार्षद बेबी सिंगला, परिषद के पूर्व चेयरमैन वार्ड 22 के पार्षद प्रवीन ऐलावादी, वार्ड 6 के पार्षद बलवान सिंह, वार्ड 8 की पार्षद हरपाल कौर, वार्ड 9 की पार्षद अनिता बंसल, वार्ड 1 के पार्षद अनुराग चौधरी, वार्ड 16 के पार्षद विनोद सिंगला और भाजपा नेता वार्ड 19 के पार्षद अशोक ढालिया ने संयुक्त रूप से परिषद प्रशासन पर आरोप जड़े। मामला मुख्यमंत्री मनोहर लाल और नगर निकाय मंत्री कविता जैन तक पहुंचाया गया। चीफ सेक्रेटरी को भी शिकायत भेजी गई है। पार्षदों का कहना है कि नगर परिषद चेयरपर्सन के कार्यालय में लगी नई टाइलों को उखाड़कर दीवारों की वाल पैनलिंग और फाल सिलिंग कराई जा रही है। नियमों को ताक कर पर रखकर चेयरपर्सन अधिकारियों के कमरों में एयरकंडीशनर लगाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आम आदमी को बैठने तक की सुविधा नहीं है, जबकि अधिकारियों के बैठने के लिए वातानुकूलित कमरे तैयार किए जा रहे हैं। इनकी बिजली का पूरा खर्च सरकार को वहन करना होगा। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने कमरों में केवल रूम कूलर ही लगवा सकते हैं।
परिषद की चेयरपर्सन निर्मला सैनी वाइस चेयरपर्सन डाॅ. श्री शर्मा का निर्वाचन 12 अगस्त को हुआ था। चुनाव में वोटिंग से दोनों का निर्वाचन हो गया, लेकिन दोनों ने एक महीना बीत जाने के बाद भी कार्यभार नहीं संभाला है। कारण यह है कि चुनाव को लेकर अभी नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है। कार्यभार संभाल पाने के कारण दोनों ने अभी तक परिषद में जाना शुरू नहीं किया है।
^पार्षदों द्वारा विरोध करने का मामला मेरे नोटिस में नहीं है। अर्बन लोकल बाडी अपने आप में स्वतंत्र है। यह अपने निर्णय स्वयं लेती है। फाइनेंस डिपार्टमेंट से अनुमति लेने की जरूरत नहीं होती।\\\'\\\' अमनढांडा, ईओ, नगर परिषद।
10 लाख की लागत से हो रहे हैं काम
परिषदके नवीनीकरण पर दस लाख रुपये की लागत के विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं। इनमें फाल सिलिंग के अलावा सभी कमरों में पेंट कराया जा रहा है। परिषद कार्यालय के बाहर पेवर ब्लाक लगाए जा रहे हैं और परिषद प्रशासन की योजना अंदर बाहर फैंसी लाइटें लगाने की है। नवीनीकरण के चलते ही दो कमरों में एयरकंडीशनर लगाए गए हैं।