वॉशिंगटन. अमेरिका की 5 बड़ी कंपनियां अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स दूसरे देशों में शिफ्ट करने की तैयारी में हैं। लेबर डिपार्टमेंट के मुताबिक- कैटरपिलर इंक, यूनाइटेड टेक्नोलॉजीज कॉर्प, डाना इंक, 3एम कोऑपरेशन और जनरल इलेक्ट्रिक अब अपने जॉब्स भारत, मैक्सिको और चीन को देने जा रही हैं। इससे हजारों अमेरिकी बेरोजगार हो जाएंगे। इस खबर के बाद डोनाल्ड ट्रम्प इन कंपनियों के एग्जीक्यूटिव से मीटिंग करने वाले हैं। 2300 वर्कर्स की नौकरियां खतरे में...
- अमेरिका के लेबर डिपार्टमेंट के ट्रेड अजस्टमेंट असिस्टेंस प्रोग्राम के मुताबिक, इन पांचों कंपनियों में अमेरिका के कम से कम 2300 वर्कर्स काम करते हैं।
- अब ये कंपनियां यूनिट्स दूसरे देशों में शिफ्ट करने पर विचार कर रही हैं। कंपनियों में काम करने वाले वर्कर्स की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है।
- इन कंपनियों ने अमेरिका में जॉब कट की पुष्टि कर दी है। करीब 19 कंपनियों के एग्जीक्युटिव्स ट्रम्प से मिलने वाले हैं।
इमिग्रेशन एन्फोर्समेंट को लेकर भी बवाल
- ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन ने मंगलवार को इमिग्रेशन एन्फोर्समेंट को सख्त बनाने वाली पॉलिसी को लेकर दो मेमो जारी किए। इसके बाद से बिना डॉक्युमेंटेशन के रह रहे सवा करोड़ इमिग्रेंट्स पर निकाले जाने का खतरा बढ़ गया है।
- होमलैंड सिक्युरिटी डिपार्टमेंट के सेक्रेटरी जॉन केली ने इमिग्रेशन एन्फोर्समेंट को लेकर दो मेमो जारी किए हैं। इसके तहत, अमेरिका में गैरकानूनी रूप से रह रहे इमिग्रेंट्स देश छोड़ने की लिस्ट में सबसे पहले आएंगे।
- उन इमिग्रेंट्स को भी शामिल किया जाएगा, जो किसी क्राइम के दोषी पाए गए हों। या किसी मामले में संदिग्ध पाए गए हों।
- इमिग्रेशन पॉलिसी में इस बदलाव का असर 3 लाख भारतीय अमेरिकियों पर भी पड़ेगा।
- नई गाइडलाइन के तहत पकड़े जाने वाले लोगों को साबित करना होगा कि वे अमेरिका में लगातार दो साल से रह रहे थे। साबित नहीं कर पाने पर उन्हें बिना किसी अदालती कार्यवाही के देश से बाहर निकाल दिया जाएगा।
- बता दें कि ये निर्देश ट्रम्प के इलेक्शन कैम्पेन में किए गए वादों का नतीजा है, जिसमें उन्होंने इमिग्रेशन लॉ को और मजबूत करने को कहा था।