इंटरनेशनल डेस्क. भारत और चीन सिक्किम सीमा पर एक-दूसरे से टकराव की स्थिति में हैं। 8 जून को चीनी जवानों भारतीय सीमा पर डम्पर और बुलडोजर के साथ आए और हमारी सीमा पर बने एक बैंकर को गिरा दिया। इसके बाद सेना ने चीन इस रवैये का विरोध किया। इसी के चलते दोनों सेनाओं के बीच विवाद शुरू हो गया। दोनों देशों की सेनाओं के बीच पिछले कई दशकों से ऐसी स्थिति नहीं बनी थी। सिक्किम-भूटान सीमा 'चुंबी घाटी' के पास जिस जगह पर चीन सड़क निर्माण करा रहा है, उसपर भारत ने आपत्ति जताई है। इसलिए भारत के लिए अहम है चुंबी घाटी...
- दरअसल यह घाटी तीनों देशों यानी की भारत, भूटान और चीन का चौराहा है।
- यहां पिछले कुछ समय से चीन लगातार अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए सड़क निर्माण करवा रहा है।
- भारत और चीन के बीच के 2 अहम दर्रे, नाथू-ला और जेलप-ला यहां खुलते हैं। इस संकरी घाटी में सैन्य गतिविधियां बहुत मुश्किल हैं।
- सिलीगुड़ी गलियारे से यह जगह करीब 50 किलोमीटर दूर है। कुछ जगहों पर तो यह गलियारा केवल 17 किलोमीटर चौड़ा है।
- इसके पतले आकार और संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए ही इस गलियारे को भारत का 'चिकन्स नेक' कहते हैं।
- पश्चिम बंगाल में स्थित यह गलियारा भारत की मुख्यभूमि को उसके उत्तरपूर्वी राज्यों से जोड़ता है।
- चुंबी घाटी ना केवल भारत के सामरिक हितों, बल्कि आतंरिक व्यवस्था के लिहाज से भी भारत के लिए बहुत ज्यादा अहमियत रखती है।
- चीन चुंबी घाटी में भूटान सीमा की तरफ जब-तब अतिक्रमण करता रहता है। चुंबी घाटी में निर्माणकार्य न केवल सीमाओं की सुरक्षा के लिहाज से, बल्कि भारत की आतंरिक सुरक्षा के मद्देनजर भी खतरे की घंटी साबित हो सकता है।
- सिलीगुड़ी गलियारा चुंबी घाटी के ठीक नीचे है। यही कारण है कि भारत ने यहां सड़क निर्माण पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि यहां सड़क बनाने की योजना पेइचिंग की सामरिक रणनीति का हिस्सा है।
- यहां पिछले कुछ समय से चीन लगातार अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए सड़क निर्माण करवा रहा है।
- भारत और चीन के बीच के 2 अहम दर्रे, नाथू-ला और जेलप-ला यहां खुलते हैं। इस संकरी घाटी में सैन्य गतिविधियां बहुत मुश्किल हैं।
- सिलीगुड़ी गलियारे से यह जगह करीब 50 किलोमीटर दूर है। कुछ जगहों पर तो यह गलियारा केवल 17 किलोमीटर चौड़ा है।
- इसके पतले आकार और संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए ही इस गलियारे को भारत का 'चिकन्स नेक' कहते हैं।
- पश्चिम बंगाल में स्थित यह गलियारा भारत की मुख्यभूमि को उसके उत्तरपूर्वी राज्यों से जोड़ता है।
- चुंबी घाटी ना केवल भारत के सामरिक हितों, बल्कि आतंरिक व्यवस्था के लिहाज से भी भारत के लिए बहुत ज्यादा अहमियत रखती है।
- चीन चुंबी घाटी में भूटान सीमा की तरफ जब-तब अतिक्रमण करता रहता है। चुंबी घाटी में निर्माणकार्य न केवल सीमाओं की सुरक्षा के लिहाज से, बल्कि भारत की आतंरिक सुरक्षा के मद्देनजर भी खतरे की घंटी साबित हो सकता है।
- सिलीगुड़ी गलियारा चुंबी घाटी के ठीक नीचे है। यही कारण है कि भारत ने यहां सड़क निर्माण पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि यहां सड़क बनाने की योजना पेइचिंग की सामरिक रणनीति का हिस्सा है।
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