Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
सौ मरीज जेनरिक दवा लेने अाए तो खाली हो जाएगा रिम्स का सेंटर
राज्यके स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी रिम्स के डॉक्टरों को लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि वे जेनरिक दवाएं ही लिखें, बाहर की दवाएं किसी हाल में लिखें। यदि कोई डॉक्टर बाहर से दवा मंगाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन, जेनरिक दवा सेंटर की हकीकत शायद मंत्री को पता नहीं। भास्कर ने मंत्री की चेतावनी और जेनरिक दवा सेल प्वाइंट जनऔषधि केंद्र पर पड़ताल की, तो चौंकानेवाली बातें सामने आईं। अगर, एक दिन में रिम्स के एक सौ मरीज पहुंच जाएंगे, तो यह सेंटर पूरी तरह से खाली हो जाएगा। फिर दूसरे दिन के लिए यहां दवाएं बचेंगी ही नहीं। यह हाल है इस सेंटर का।
सेंटर में तो कफ सीरप है और डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के इलाज की दवा। गंभीर बीमारियों की दवाएं तो है ही नहीं। इतना ही नहीं, इस सेंटर के खुलने का निर्धारित समय है। ओपीडी ऑवर में सेंटर खुलता है, फिर बंद हो जाता है। सेंटर पर स्लाइन, एंटी रैबीज, एंटी वेनम, हायर एंटीबॉयोटिक, हार्ट सर्जरी के उपयोग होनेवाली दवाएं, किडनी रोग, एंटी मलेरिया, डायलिसिस, जांडिस समेत अन्य कई गंभीर बीमारियों की भी दवा उपलब्ध नहीं है।