खनन एरिया के प्रभावित लोगों के विकास पर सामूहिक चर्चा
सेंटरफॉर साइंस एंड एन्वायरनमेंट (सीएसई), न्यू दिल्ली के तत्वावधान में एचआरडीसी सभागार में डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन (डीएमएफ) : इंप्लिमेंटेशन एंड रोड अहेड विषयक सेमिनार का आयोजन किया गया। इसमें मानवीय विकास के विभिन्न मुद्दों पर छत्तीसगढ़, ओड़िशा और झारखंड के विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
सीएसई, नई दिल्ली के डिप्टी डायरेक्टर चंद्र भूषण ने कहा कि डीएमएफ की यह मीटिंग ऐसे समय में हो रही है, जब डीएमएफ देश के करीब प्रत्येक जिले की खदानों पूरी तरह से लागू हो गया है। कुछ जिलाें के बड़े माइनिंग डिस्ट्रिक्ट तो डीएमएफ की राशि पर अपनी योजना का निष्पादन आरंभ कर दिए हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ के कोरबा डिस्ट्रिक्ट तथा ओड़िशा के केंदुझर का उल्लेख किया।
चंद्रभूषण ने बताया कि डीएमएफ एक गैर-लाभकारी स्वायत ट्रस्ट है। यह खनन संचालन से प्रभावित प्रत्येक जिले के समुदायों के हितों की रक्षा करता है। इसकी स्थापना खनन प्रभावित क्षेत्र में रहनेवाले लोगों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है। उन्होंने राज्य में डीएमएफ अधिनियम 2016 से लागू होने की जानकारी दी। कहा, ट्रस्ट प्रभावित क्षेत्र और लोगों की पहचान करेगा। इसमें ट्रस्ट ग्राम सभा से सहयोग लेगा। मौके पर कई राज्यों से आए लोगों ने भी अपने विचार रखे। टीम 16 सितंबर को रामगढ़ में खनन प्रभावित क्षेत्र के लोगों से मुलाकात करेगी।
एचआरडीसी सभागार में आयोजित सेमिनार में कई राज्यों से आए लोगों ने लिया हिस्सा।